उरई। विधानसभा चुनाव 2022 के वक्त विपक्ष ने आवारा मवेशियों को लेकर सरकार को घेरा और बड़ा मुद्दा बनाया। सूबे में दूसरी बार सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौ संरक्षण को लेकर कई कदम उठा रहे हैं। जिलों में गौशालाओं की नींव रखी जा रही थी तो वहीं उरई जनपद में इटावा की लायन सफारी की तरह काऊ सफारी (गाय सफारी)का निर्माण कार्य करवाया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस बड़ी पहल के लिए करीब दो करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है। क्षेत्र पंचायत निधि से कराए जाने वाले इस कार्य की शुरुआत मई के अंत तक होगी। प्रशासन का कहना है कि बाद में अन्य मदों से धनराशि बढ़ाई जाएगी।
150 हेक्टेयर भूमि पर बनेंगी गाय सफारी
जिला प्रशासन ने उरई के डकोर ब्लाक की दो ग्राम पंचायतों में वन विभाग की 150 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया है। जिसमें गायों को रखा जाएगा। इसे पर्यटन स्थल का रूप दिया जाएगा। यहां आने वाले लोग हरियाली का आनंद ले सकेंगे, गायों की सेवा का भी मौका मिलेगा। प्रशासन से जुड़े अघिकारियों की मानें तो यहां गायों का रखा जाएगा। उन्नति किस्म की गायों लाई जाएंगी और किसानों को भी दी जाएंगी। किसानों को गाय पालने के गुर सिखाए जाएंगे।
मालवा की तर्ज पर उरई में काऊ सफारी
जिला प्रशासन यह प्रयोग मध्य प्रदेश में आगर मालवा जिले में निर्मित काऊ सफारी की तर्ज पर कर रहा है। जनपद की एक टीम मालवा जिले का दौरा करने के लिए गई थी। जहां पर गायों के संरक्षण और सफारी के बारे में वहां के अधिकारियों से कई अहम जानकारियां ली थीं। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल अभी दो करोड़ रुपये क्षेत्र पंचायत निधि के जरिए मिले हैं। जैसे-जैसे कार्य आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे धनराशि की अन्स मदों के जरिए व्यवस्था की जाएगी। काऊ सफारी का निर्माण इसी माह शुरू हो जाएगा।
इन सुविधाओं से लैस होगी सफारी
डकोर ब्लाक में बनने जा रही गाय सफारी के गायों को बेहतर पानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा अत्याधुनिक टीन शेड का निर्माण करवाया जाएगा। साथ ही पर्यटकों के लिए पिकनिक स्पाट जैसे व्यवस्थाएं होंगी। सफारी में गोबर उत्पाद केंद्र भी बनेंगा। इस अद्भुत सफारी में हरियाली की व्यवस्था की जाएगी। पेड़ लगाए जाएंगे। बता दें, जिले में बेसहारा गोवंशी की कुल संख्या 22 हजार है। जबकि यहां 7 कान्हा गोशालाएं हैं। कान्हा गोशाला पर खर्च करीब 14 करोड़ 19 लाख रुपये हर वर्ष आता है।
बेसहारा गोवंशी के संरक्षण में बड़ी मदद मिलेगी
मीडिया से बातचीत के दौरान डीएम जालौन प्रियंका निरंजन, ने बताया कि, काऊ सफारी बनाने के लिए जमीन को अधिगृहीत किया जा चुका है। पैमाइश कराई जा रही है। मई के अंत तक प्रोजेक्ट को प्रारंभ कराया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से बेसहारा गोवंशी के संरक्षण में बड़ी मदद मिलेगी। उनके विचरण के लिए पर्याप्त जगह होगी। यह प्रयोग पूरे प्रदेश में माडल के तौर पर होगा। डीएम ने कहा कि यहां पर्यटक आएं, इसके लिए सफारी का सुंदर तरीके से सजाया जाएगा।