नई दिल्ली। एशिया कप ‘सुपर फोर’ मुकबाले में भारतीय गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ अमह मुकाबले में महत्वपूर्ण लपकने से चूक गए थे। जिसको लेकर सोशल मीडिया में उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। पाकिस्तान में बैठे खलनायक ने इस मौके पर अपनी साजिश रच युवा तेज गेंदबाज को लेकर अफवाह फैलाई। लेकिन इस मैच से पहले आत से करीब 36 साल पहले ऐसा ही कुड वकाया चेतन शर्मा के साथ हुआ थ। जब उनकी गेंद यार्कर के बजाए फुलटॉस में पड़ गई और पाकिस्तान बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने गेंद को छह रन में तब्दील कर दिया था। जिसके बाद चेतन शर्मा पर प्रशंसक और पूर्व क्रिकेटर टीवी व अखबारों में बयानबाजी की थी। कहा जाता है कि उस मैच के बाद चेतन का क्रिकेट कॅरियर पर ग्रहण लग गया था। उस दौर में जावेद मियांदाद को ‘शारजाह का महाराजा’ कहा जाता था।
दरअसल, एशिया कप सुपर फोर का मैच भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को दुबई में खेला गया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 181 रन बनाए। जवाब में पाकिस्तान को 20 ओवर में 182 का टारगेट मिला। भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान को तगढ़स झटका दिया। पाक कैप्टन बाबर आजम विश्नोई की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद पाकिस्तान ने जबरदस्त पलटवार किया और मैच अपनी तरफ मोड़ लिया। लेकिन भुवनेश्वर कुमार और हार्दिंक ने लगातार दो विकेट लेकर भारत की जीत की उम्मीद बढ़ा दीं। 18वां ओवर विश्नोई लेकर आए। तीसरी बॉल पर पाकिस्तान बल्लेबाज का कैच हवा में उछला। लेकिन भारतीय क्रिकेटर अर्शदीप ने कैच गिरा दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत को पांच विकेट से हरा दिया।
भारतीय जनता ने तब चेतन को नहीं बख्शा था जबकि वह लार्ड्स टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों में से एक थे और वनडे विश्व कप में पहली हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज थे। लेकिन लोगों को बस वही एक गेंद याद है। रविवार की रात सोशल मीडिया पर अर्शदीप के कैच छूटने पर जो प्रतिक्रिया थी, उसे भी हल्के में नहीं लिया जा सकता और इसमें दिखायी गयी घृणा को बयां नहीं किया जा सकता। यहां तक कि उन्हें ‘खालिस्तानी’ करार कर दिया गया। कुछ खेल प्रेमियों ने तो उनके ‘विकीपीडिया पेज’ को हैक करके संपादित कर दिया और इसमें आपत्तिजनक शब्द ‘खालिस्तानी’ उनके नाम में जोड़ दिया। जिसके बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए विकीपीडिया को नोटिस देकर जवाब मांगा है।
इन दोनों मैचों के बीच 36 साल का अंतर रहा लेकिन दर्शक इंसान की सरल सी गलती को भी स्वीकार नहीं कर पाते और तब चेतन इससे काफी भयभीत हो गये थे। बस उम्मीद कर सकते हैं कि रविवार को कैच छूटने से हुई चूक इस 23 साल के खिलाड़ी के दिमाग में गहरा असर नहीं करे। क्योंकि अगर सब ठीक रहता है तो उसका आगामी वर्षों में विश्व क्रिकेट में टी20 के अंतिम ओवरों के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज में से एक बनना तय है। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह समेत अन्य प्लेसी अर्शदीप के साथ खड़े होकर उनका पक्ष रख रहे हैं। हरभजन ने कहा कि, अर्शदीप एक बेहतरीन गेंदबाज है और मैच में कैच छूटते रहते हैं। श्रीलंका के खिलाफ अर्शदीप का डंका बजेगा। आज नही ंतो कल पाकिस्तान से जब मुकाबला हो गया तो अर्शदीप की गेंदे कहर बनकर टूटेंगी।
लोग भूल गये कि कैच छूटने के कुछ ही मिनट बाद अर्शदीप अंतिम ओवर डालने आये और उन्होंने शानदार जज्बा दिखाकर उसी आसिफ को पगबाधा आउट किया। वे भूल गये कि टी20 मैच में अंतिम ओवर में केवल सात रन का ही बचाव करना था जिन्हें बनाना काफी आसान था। वे भूल गये कि हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल और भुवनेश्वर कुमार के लिये भी दिन अच्छा नहीं रहा था। ऐसे में लोगों को इन युवा तेज गेंदबाज के पक्ष में खड़ा होना चाहिए। जनता भी अर्शदीप के पक्ष में खड़ी है और लोग सोशल मीडिया के जरिए उनकी पीठ थपथपा रहे हैं। वहीं पाकिस्तानी खलनायक भी एक्टिव हो गए हैं और भारत को लेकर प्रोपेंगड़ा सोश्ज्ञल मीडिया में परोस रहे हैं।