नई दिल्ली। Virat Kohli Birthday 2022 News आस्ट्रेलिया में आईसीसी टी-20 वर्ल्डकप खेला जा रहा है। जिसमें दिल्ली के छोरे विराट कोहली अपने अलग अंदाज में खेलते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 220 रन अभी तक बनाए हैं। क्रिकेटप्रेमियों को उम्मीद है कि, विराट का बल्ला ऐसे ही रन उगलेगा और 15 साल के बाद टीम इंडिया आईसीसी की ट्रॉफी लेकर भारत लौटेगी। वहीं क्रिकेट के सम्राट विराट शनिवार को अपना 34वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। भले ही आज वह क्रिकेट की दुनिया में बड़े स्टार बन चुके हैं, लेकिन इस कामयाबी के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष रहे हैं। विराट ने खुद ऐसे ही एक किस्से के बारे में बताया है, जब अच्छी परफॉर्मेंस के बावजूद उन्हें टीम में सिलेक्ट नहीं किया गया था और वह रात भर रोते रहे। इतना ही नहीं पिता के निधन के वक्त विराट 22 गज की पिच पर पहुंचे और 90 रन बनाए। विराट ग्राउंड से घर लौटे और अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रेम कोहली था, जबकि उनकी मां का नाम सरोज कोहली। विराट के पिता एक क्रिमिनल वकील थे। विराट के बड़े भाई का नाम विकास और बड़ी बहन का नाम भावना है। विराट की परवरिश दिल्ली के उत्तम नगर में हुई है। उन्होंने स्कूल जाना विशाल भारती पब्लिक स्कूल में शुरू किया था। विराट का पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट में भी काफी रूझान था।
विराट के अंदर क्रिकेट का जुनून देख उनके पिता ने 9 साल की उम्र में उन्हें वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकेडमी में दाखिला दिला दिया। विरोट ने कोच राजकुमार शर्मा के अंडर वहां ट्रेनिंग लेना शुरू किया। विराट कोहली ने साल 2002 में दिल्ली अंडर 15 टीम के लिए अपना पहला मैच पोली उमरीगर ट्रॉफी में खेला था। वहीं उन्हें 2003-04 के सीज़न में टीम का कप्तान भी बना दिया गया था। इसके बाद 2004 में कोहली दिल्ली की अंडर 17 टीम में विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए चुन लिया गया था। कोहली ने 2006 में अपना लिस्ट ए करियर का डेब्यू सर्विसेस के खिलाफ किया था। जबकि उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ दिल्ली के लिए खेलते हुए अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की थी।
बता दें कि 18 दिसम्बर, 2006 को विराट कोहली के पिता प्रेम कोहली की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने की वजह से हो गई थी। विराट का अगले दिन कर्नाटक के खिलाफ मैच था। ऐसे में अपने पिता के मृत्यु के ठीक एक दिन बाद विराट मैदान में बल्लेबाज़ी करने के लिए उतरे और उन्होंने शानदार 90 रनों की पारी खेली। वह आउट होने के बाद सीधा अपने पिता के अंतिम संस्कार में गए थे। यह उनकी ज़िंदगी का वो मोड़ था जहां से उन्होंने सुर्खियां बटोरनी शुरू की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विराट कोहली ने अपने संघर्ष का एक किस्सा सुनाते हुए बताया है कि जब पहली बार उनका स्टेट टीम में चन नहीं किया था, तब वह पूरी रात रोये थे। चयन नहीं होने के कारण वह बहुत निराश हो गए और रात करीब तीन बजे तक रोते रहे। विराट ने बताया कि वह खुद यकीन नहीं कर पा रहे थे कि उन्हें सिलेक्टर्स ने रिजेक्ट कर दिया है। जबकि उन्होंने काफी अच्छा परफॉर्मेंस दिया था। कोहली ने बताया कि उनकी सभी मैचों में अच्छी परफॉर्मेंस थी, सब कुछ अच्छा रहा था। मेरे खेल से सभी लोग बेहद खुश थे। इसके बावजूद उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था। इसको लेकर उन्होंने अपने कोच से 2 घंटे तक बात की।
जुलाई 2006 में विराट कोहली ने इंडिया अंडर 19 के लिए डेब्यू कर लिया था। जिसके बाद कुछ समय उनके अच्छे प्रदर्शन के बाद 2008 में अंडर 19 विश्वकप के लिए विराट कोहली को टीम का कप्तान बना दिया गया। ऐसे में विराट ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को अंडर 19 विश्वकप का खि़ताब भी जितवाया। आईपीएल 2008 में विराट कोहली को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपने साथ जोड़ लिया। इसके बाद 2008 में ही 19 वर्षीय विराट कोहली ने भारतीय टीम के लिए अपना डेब्यू मैच वनडे फॉर्मेट में खेला. धीरे-धीरे उन्हें मौके मिलते गए और वह उन्हें दोनों हाथों से कबूल करते गए।
विराट कोहली 2011 की वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 282 रन बनाए थे। जिसमें एक शतक भी शामिल था। वहीं उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ विश्वकप के फाइनल में 35 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी. वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के जल्दी आउट होने के बाद टीम इंडिया काफी ज़्यादा मुश्किलों में थी. लेकिन विराट ने गौतम गंभीर के साथ मिलकर 83 रनों की एक अहम साझेदारी की, जिससे मैच का पूरा रुख पलट गया। इस पारी के बाद विराट कोहली का नाम पूरे विश्व में गूंजने लगा था। हर कोई उनके क्रिकेट का दीवाना हो गया था और कोहली के किंग कोहली बनने की कहानी यहां से शुरू होने लगी थी।
विराट कोहली के करियर में दो ऐसे फेज़ आए हैं जिसमें वह एक-एक रन बनाने के लिए पिच पर तरसे हैं। सबसे पहले 2014 में विराट कोहली टी 20 विश्वकप के बाद एक दम से आउट ऑफ़ फॉर्म हो गए थे। उनका बल्ला पूरी तरह से खामोश हो गया था। 2014 का इंग्लैंड दौरा उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों में 13.50 की साधारण सी औसत से बल्लेबाज़ी करते हुए 10 पारियों में 127 रन बनाए थे। हालांकि इस दौरे के बाद विराट ने अपनी टेक्निक पर काम किया और दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर कोहराम मचा दिया।
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट सीरीज़ में 692 रन जड़ डाले। इसके अलावा 2019 में विराट कोहली के करियर का दूसरा ऐसा फेज़ आया जिसमें वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नज़र आए। विराट ने तकरीबन 3 साल तक एक भी शतक नहीं जड़ा। साल 2022 के सितंबर तक विराट का फॉर्म कुछ ऐसा ही था। एशिया कप 2022 में अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने करियर का 71वां शतक जड़ सनसनी मचा दी और वहीं से वह दोबारा अपने पुराने वाले रूप में आ गए।
विराट कोहली को सर गैरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी (आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ़ द डिकेड) 2011-2020 में दिया गया था। सर गैरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी (आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर ) 2017, 2018 के लिए विराट कोहली चुने गए। जबकि, आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ़ द ईयर 2018 विराट कोहली रहे। वनडे प्लेयर ऑफ़ द ईयर- 2012, 2017 और 2018 कोहली चुने गए। विसडेन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर- 2016, 2017 और 2018 विराट कोहली रहे। जबकि, 2013 में उन्हें अर्जुल अवॉर्ड से नवाजा गया। 2017 में पद्मा श्री अवॉर्ड, 2019 में राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड विराट कोहली को दिए गए।