नई दिल्ली। एशिया कप के ‘सुपर फोर’ के दो मुकाबलों में भारतीय टीम को मिली हार के बाद पकिस्तान और श्रीलंका के बीच रविवार को फाइनल मैच खेला गया। जहां श्रीलंकाई चीतों ने बाबर आजम की टीम को पटखनी देकर एशिया के किंच बने। ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर खेले जाने वाले आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए सोमवार को टीम इंडिया के खिलाड़ियों के नाम का ऐलान कर दिया गया। एशिया कप में शानदार खेल दिखाने वाले आलराउंटर रवींद्र जडेजा को चोंट के कारण 15 सदस्यीय टीम में नहीं शामिल किया गया। जबकि, चोट से बाहर आए बुमराह और पटेल की वापसी हो गई है।
रोहित शर्मा को बनाया गया कैप्टन
भारतीय सेलेक्टर्स ने काफी माथापच्ची के बाद ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर खेले जाने वाले आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के नामों का ऐलान कर दिया। 15 सदस्यीय टीम में रोहित शर्मा को कैप्टन तो वहीं केएल राहुल को उप कैप्टन बनाया गया है। ये टूर्नामेंट अक्टूबर-नवंबर में खेला जाएगा। जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल चोट के कारण एशिया कप में नहीं खेल पाए थे। लेकिन वह अब फिट हो गए हैं और टीम में वापस आ गए हैं। बता दें, भारतीय टीम पिछले नौ साल से आईआईसी का कोई भी खिताब नहीं जीत पाई है। अब क्रिकेटप्रेमियों की उम्मीद है कि, 2022 में रोहित की सेना भारत को ये आईआईसी ट्राली इसबार दिलवाएंगे।
ऋषभ पंत-दिनेश कार्तिक को भी मिला मौका
ऋषभ पंत को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। उनकी हालिया फॉर्म को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे और कहा जा रहा था कि वह टीम से बाहर हो सकते हैं, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। चयनकर्ताओं ने हालांकि उन पर भरोसा बरकरार रखा है। साथ ही दिनेश कार्तिक को भी मौका दिया है। मोहम्मद शमी को लेकर खबरें थी कि वह वापसी कर सकते हैं, लेकिन टी-20 विश्व कप की टीम में उन्हें चुना नहीं गया है। हलांकि मोहम्मद शमी के अलावा तीन खिलाड़ियों को स्टैंडबाय में रखा गया है। इनमें शमी, श्रेयस अय्यर, रवि बिश्नोई और दीपक चाहर के नाम शामिल हैं।
2013 में जीता था आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी
टीम इंडिया ने आखिरी प्ब्ब् खिताब साल 2013 में ही जीता था, जब उसने धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। उसके बाद से धोनी का दौर खत्म हुआ। विराट कोहली की कप्तानी का खेल भी खत्म हुआ। लेकिन, भारतीय टीम आईसीसी खिताब को नहीं चूम सकी। ऐसे में मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा और उनकी चुनी टीम पर अब पूरे देश की निगाहें जमीं हैं, इस उम्मीद के साथ कि वो लंबे चले आ रहे उस इंतजार को खत्म करेंगे।
पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी टीम इंडिया
टी-20 वर्ल्ड कप 2022 का आयोजन 22 अक्टूबर से शुरू होकर 13 नवंबर तक चलेगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपने अभियान का आगाज चिर-प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर को करेगी। ये मुकाबला मेलबर्न में खेला जाएगा। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच दो मैच खेले गए। पहला मैच टीम इंडिया के नाम रहा। लेकिन सुपर फोर के मुकाबले में पाकिस्तान ने आखिरी वक्त में मैच को पलटते हुए भारतीय टीम को शिकस्त देकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था। अब टी-20 वर्ल्ड कप में फिर दोनों टीमें एकबार आमने-सामने होंगी।
पटेल-अर्शदीप पर कायम रहा विश्वास
टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में तेज गेंदबाज हर्षल पटेल को पहली बार मौका दिया गया है। हर्षल पटेल शुरुआत और आखिरी के ओवरों में बहुत ही घातक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। हर्षल पटेल अपनी गति में लगातार मिश्रण करते हैं और अलग-अलग वैरिएशन से गेंद फेंकने हैं, जो उन्हें बल्लेबाजों के लिए और भी खतरनाक बनाती है। वहीं तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भी 15 सदस्यीय खिलाड़ियों में जगह बनाई है। अर्शदीप डेथ ओवरों के माहिर गेंदबाज हैं। अर्शदीप सिंह बदल-बदल कर वाइड यॉर्कर फेंकने में माहिर हैं, जो उन्हें डेथ ओवरों में और भी खतरनाक गेंदबाज बनाती है।
दीपक हुड्डा को मिला मौका
दीपक हुड्डा को टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में मौका दिया गया है। दीपक हुड्डा मिडिल ऑर्डर के बहुत खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार हैं। जरूरत पड़ने पर दीपक हुड्डा ओपनिंग भी कर सकते हैं। दीपक हुड्डा ने इस साल जून में आयरलैंड के खिलाफ एक टी-20 शतक भी जड़ा था। दीपक हुड्डा बल्लेबाजी के साथ-साथ कसी हुई ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं। रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के के कारण इस टी-20 वर्ल्ड कप में नहीं खेलेंगे। ऐसे में दीपक हुड्डा उनकी कमी को पूरा कर सकते हैं।
ये रही 15 सदस्यीय टीम
रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, आर अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह। इस बीच पूर्व क्रिकेटर्स ने टीम इंडिया में मोहम्मद शमी के नहीं चुने जानें से निराशा प्रकट की है। उनका कहना है कि, एशिया कप में भारतीय चयनकर्ताओं के गलत फैसले ने भारतीय टीम को टूर्नामेंट से बाहर करवाया था। शमी तेज गेंदबाजी करने के साथ-साथ स्विंग में भी उन्हें महारत हासिल है।