इटावा। साहब मैंने सराफा के दुकान से डेढ़ करोड़ के जेवरात चोरी नहीं किए हैं। मैं निर्दोष हूं, मुझे फंसाया जा रहा है। ईंट भट्ठे में कम कर अपना व अपने परिवार का पेट पालता हूं। मुझे प्लीज ‘थानेदार साहब’ छोड़ दें। ये शब्द पुलिस कस्टडी में मौत से पहले 35 वर्षीय प्रकाश बाबरिया ने कहे। लेकिन पुलिसवाले नहीं मानें। मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से प्रकाश की मौत हुई है। उन्होंने एसएसपी से जांच कराने के बाद कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला
सरफा व्यवसायी विपिन जैन के घर-प्रतिष्ठान से 28 जुलाई की रात को डेढ़ करोड़ रुपये के जेवरात व नकदी चोरी हो गई थी। सराफा ने चकरनगर थाना में चोरी की एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। शक के आधार पर औरैया जनपद के बनारसी दास मोहल्ला निवासी प्रकाश बाबरिया पुत्र छेदीलाल को उठाया था। प्रकाश बसरेहर स्थित ईट भट्टे में मजदूरी करता था। प्रकाश को पुलिस ने तीन दिन पहले उठाया था।
मौत से मच गया हड़कंप
शनिवार को चकरनगर थाना परिसर में पुलिस हिरासत के दौरान प्रकाश बाबरिया की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस उसे लेकर आननफानन में उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविवद्यालय सैफई पहुंची, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार प्रकाश की मौत हार्ट अटैक से होना बताई गई है। पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक की पूछताछ के दौरान हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने से सनसनी फैल गई। पुलिस का कहना है कि युवक की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
परिवारवालों ने हत्या का लगाया आरोप
मृतक के परिवारवालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि थानेदार और पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। मृतक के परिवारवालों ने बताया कि जब पुलिस ने प्रकाश को उठाया तो हमलोग थाने पहुंचे। जहां वह थानेदार से अपने को बगुनाह बता रहा था और छोड़ने की फरियाद कर रहा था। परिवारवालों का आरोप है कि, पुलिसवालों ने उनकी मौजूदगी में प्रकाश को पीटा। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इस मामले में एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है।