भोपाल। सुषमा स्वराज अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन राजनीति से लेकर पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों को उन्होंने कुछ इस तरह निभाया कि उनकी यादें लोगों के दिल से कभी नहीं जाएंगी। खासतौर से मध्य प्रदेश के लोगों से सुषमा का अटूट रिश्ता था। आज सुषमा स्वराज की पुण्यतिथि है। पुण्यतिथि पर सुषमा स्वराज को याद कर मध्य प्रदेश की सीएम शिवराज सिंह चौहान भावुक हो गए। दोनों ही एक अच्छे राजनीतिज्ञ हैं और दोनों के बीच भाई बहन का एक खास रिश्ता था। शिवराज सिंह चौहान को सुषमा अपना भाई मानती थीं। शिवराज भी सुषमा को दीदी कहकर संबोधित करते थे। शनिवार को पुण्यतिथि के मौके पर सीएम शिवराज ने ट्वीट कर उन्हें याद किया।
क्या बोले शिवराज सिंह चौहान
सीएम शिवराज ने सुषमा स्वराज को याद करते हुए लिखा आज आदरणीय दीदी सुषमा स्वराज जी की पुण्यतिथि है, उनकी बहुत याद आ रही है। बरबस उनका मुस्कुराता हुआ चेहरा बार-बार सामने आ जा रहा है। कई बार ऐसा आभास हो रहा है कि वह मुझे स्नेह से समझा रही हैं कि इतना काम मत करो, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखो; जैसा कि वह मुझे अक्सर कहा करती थीं। जब भी आदरणीय सुषमा दीदी बोलती थीं कि तो ऐसा लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं। दीदी के पास स्नेह के साथ-साथ अपार अनुभव था, जिसे वह सस्नेह खुले मन से बांटतीं थीं। उन्होंने मुझे भी सदैव धैर्य से सिखाया और मार्गदर्शन किया।
4 दशक लंबा राजनीतिक करियर
सुषमा स्वराज का राजनीतिक करियर 4 दशकों से भी लंबा रहा। वो एक मंझी हुई राजनेता थीं। वे ऐसी नेता थी जिनके विरोधी भी मुरीद थे। राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में उनका कई राज्यों से नाता रहा। लेकिन मध्य प्रदेश से उनका गहरा नाता था, क्योंकि सुषमा स्वराज ने खुद कहा था कि मध्य प्रदेश के लोगों से तो उनका भाई-बहन का नाता है। वह हर भाषण में इसे दोहरातीं थीं। वह जिस भी क्षेत्र में जाती थी वहां लोगों से रक्षा का वचन भी मांगती थीं। सुषमा का अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा के लोगों से भावनात्मक जुड़ाव था और वह महीने में चार दिन अपने लोकसभा क्षेत्र में रहती थीं। सुषमा स्वराज प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में जाती थी, तो कोई उन्हें दीदी कोई बहन कहकर बुलाता था।