रूस-यूक्रेन युद्ध के दस महीने बीत चुके हैं। युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है, बल्कि विध्वसंक होता जा रहा है। क्रिसमस पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने क्रिसमस पर रूसी सैनिकों को भगाने का एलान किया था। लेकिन रूसी सेना क्रिसमस के दिन भी आसमान से मिसाइले बरसा रहा है। जिसकी वहज से अलग-अलग शहरों में आग की लपटें उठती हुई देखी जा रहीं हैं। इन हमलों में 10 यूक्रेनी नागरिकों के मौत की खबरें सामने आ रही हैं। रूसी हमलों से यूक्रेन खंडहर में तब्दील हो गया है। वहीं युक्रेनी सैनिक भी रूसी हमलों का माकूल जवाब दे रहे हैं।
यूक्रेन और रूस के युद्ध में बड़ी संख्या में दोनों देशों के सैनिकों की मौतें हो चुकी हैं। वहीं युक्रेनी नागरिकों को भी अपनी जान गवानी पड़ी है। एक तरफ पूरी दुनिया क्रिसमस का जश्न मना रही है। वहीं रूसी सेना विध्वंसक हमला कर रही है। ऐसे में युक्रेनी नागरिकों ने बंकरों और सेल्टर होम में शरण ले रहे हैं।
मास्को समथर्क एक अधिकारी ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने रूसी सेना को दोष देने के लिए हमले की शुरूआत की थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सड़क पर पड़ी लाशों, जलती हुई कारों और टूटी हुई खिड़कियों की फोटो शेयर की हैं। जेलेंस्की ने कहा कि सोशल मीडिया में इन तस्वीरों को भले ही संवेदलशील कहा जाए, लेकिन हकीकत में यूक्रेन के लोगों की असल जिंदगी है। रूस डराने की कोशिश कर रहा है।
जिस शहर में रूस ने हमला किया है। वह युद्ध के दौरान उसके कब्जे में आ गया था। लेकिन यूक्रेन की सेना रूस की सेना को पीछे धकेल कर, यूक्रेनी झंडा फैहरा दिया था।