अजय सिंह, सीतापुर
संयुक्त किसान मोर्चा ने गल्ला मंडी सीतापुर में विरोध किया। मंडी के गेट पर किया गया ये विरोध पहले से निर्धारित था। दरअसल, सीतापुर मंडी में 900 से लेकर 1200 रुपए में की जा रही धान खरीद से किसान मोर्चा नाराज़ है। किसान मोर्चा के विरोध के बाद जिला खाद्य विपणन अधिकारी और मंडी सचिव ने धरना स्थल (मंडी गेट) पर आकर किसानों से वार्ता की। जिसके बाद समस्या समाधान के लिए धान मिल मालिकों के प्रतिनिधियों और संयुक्त किसान मोर्चा पदाधिकारियों के साथ खाद्य विपणन अधिकारी और मंडी सचिव की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गल्ला मंडी में पहुंचने वाले किसानों के धान की गुणवत्ता के आधार पर खरीद की जाएगी। चूंकि बारिश के कारण आज मंडी में धान कम था, एक किसान का धान 1450 रुपए में बिकवाया गया। संयुक्त किसान मोर्चा संयोजक पिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि शासन द्वारा संचालित धान क्रय केंद्रों को भी जनपद में स्थापित गल्ला मंडियों के प्रांगण में स्थापित किया जाए। इससे धान क्रय केंद्रों पर रजिस्ट्रेशन जैसी समस्यायों से निजात मिलेगी और क्रय केंद्रों पर होने वाले शोषण से किसानों को बचाया जा सकेगा। संयुक्त किसान मोर्चा सदस्य उमेश पाण्डे ने किसानों से एकजुट होकर अपने हकों के लिए संघर्ष का आह्वान किया और कहा कि पूंजीपतियों के हाथ अपना सबकुछ बेंच रही केन्द्र और प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों से हमें बचना होगा। सिख संगठन अध्यक्ष गुरु पाल सिंह ने ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन में आ रही समस्याओं को लेकर प्रशासन का ध्यान आकृषित कराते हुए कहा कि शीघ्र ही इस समस्या का निदान होना चाहिए। किसान मंच प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा अविलंब ठोस और प्रभावी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि किसान भाइयों को अपनी जमीन और वजूद बचाने के लिए सड़कों पर उतर कर संघर्ष करना होगा। कृषि सामग्रियों पर की जा अथाह मूल्य वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि बीजेपी किसान विरोधी नीतियों के सहारे शोषण करने का कार्य कर रही है। आज के कार्यक्रम में जरनैल सिंह, दिव्य सिंह, अल्पना सिंह, जसपाल सिंह, शैलेन्द्र राज, दलजीत सिंह, निर्भय सिंह, रीतेश तिवारी, कमल प्रीति सिंह, विक्रम सिंह, निर्मल सिंह, मोनू सिंह, जगजीत सिंह सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।