महोबा। जनपद के कबरई सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र के डॉक्टर्स की डर्टी करतूत सामने आई है। अस्पताल की साढ़ियों में देवी-देवताओं वाली टाइल्स लगवा दीं। साथ ही शराब के नशे में धुत होकर डॉक्टस और अन्य कर्मचारी सीढ़ियों मे लघुशंका किया करते थे। इसकी जानकारी जब हिन्दू संगठनों को हुई तो वह अस्पताल जाकर जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें किसी तरह से शांत करवाया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने सीएचसी के चिकित्साधीक्षक, डाक्टर और तीन अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
कबरई के सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र में देवी-देवताओं वाली टाइल्स को सीढ़ियों पर लगवाया गया है। विश्व हिंदू परिषद के जिला महामंत्री मयंक तिवारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि, सीएचसी में तैनात डॉक्टर महेश ने जान बूझकर देवी-देवता के चित्र वाले टाइल्स को सीढ़ियों में लगवाया। उनका आरोप है कि, पूरे प्रकरण की शिकायत संगटन के धमेंद्र प्रधान ने चिकित्साधीक्षक डॉक्टर गौरव सिंह से की तो उनके अलावा स्टाफ के अन्य कर्मचारियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। मयंक का आरोप है कि, हिन्दू भावनाओं को आहत वाले कांड में चिकित्साधीक्षक डाक्टर गौरव सिंह भी शामिल हैं।
विहिप के नेता मयंक का आरोप है कि, सीएचसी में तैनात डॉक्टर महेश सिंह एवं स्टाफ के लोग शराब पीकर सीढ़ियों के पास लघुशंका करते हैं। अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीज के तीमदारों ने जब इसका विरोध किया तो डॉक्टर्स उनके साथ भी मारपीट करते हैं। मयंक का कहना है कि, जिस तरह से सीढ़ियों में हमारे देवी-देवताओं के चित्र वाली टाइल्स लगाई गई हैं, वह एक सोंची समझी साजिश है। हम सरकार से मांग करते हैं कि, इसकी उच्चस्तीय जांच करवाए और दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भिजवाए।
जिला महामंत्री मयंक तिवारी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित चिकित्साधीक डॉक्टर गौरव सिंह, डॉक्टर महेश सिंह व तीन अज्ञात के विरुद्ध धर्म का अपमान करना, धमकी देने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सीएमओ डॉक्टर डीके गर्ग ने कहा कि डा. गौरव को चिकित्साधीक्षक पद से हटा दिया गया है, डा. महेश को स्थानांतरित किया गया है और मामले की जांच कराई जा रही है। वहीं मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस की तरफ से भी जांच शुरू कर दी गई है।