दिल्ली में सबसे ज्यादा घातक सड़क दुर्घटनाएं जिसमें सबसे ज्यादा मौतें होती है वह रात के समय में होती है। इन घातक सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर आरोपी बड़े मालवाहक वाहनों के चालक होते हैं। यातायात नियमों को ठेंगा दिखाते हुए बड़े वाहन तेज रफ्तार में मौत बनकर दौड़ते हैं। ऐसे में दिल्ली यातायात पुलिस ने रात में विशेष जांच अभियान शुरू किया है..
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा घातक सड़क दुर्घटनाएं, जिसमें सबसे ज्यादा मौतें होती है, वह रात के समय में होती है। इन घातक सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर आरोपी बड़े मालवाहक वाहनों के चालक होते हैं।
यातायात नियमों को ठेंगा दिखाते हुए बड़े वाहन तेज रफ्तार में मौत बनकर दौड़ते हैं। ऐसे में दिल्ली यातायात पुलिस ने रात में विशेष जांच अभियान शुरू किया है।
22 जुलाई से शुरू किए गए अभियान के तहत पुलिस ने 48 ऐसे हाटस्पाट को चिन्हित किया, जहां पर सबसे रात के समय में सबसे ज्यादा घातक सड़क हादसे होते हैं। यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि रात में हो रहे सबसे ज्यादा हादसों को देखते हुए यह अभियान चलाया जा रहा है।
इसका उद्देश्य लेन अनुशासनहीनता, खतरनाक ढंग से वाहन चलाना, नशे की हालत में वाहन चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना आदि नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए नियमों का सख्ती से अनुपालन कराना है।
इसके लिए दिल्ली यातायात पुलिस दिल्ली परिवहन विभाग के साथ समन्वय कर रही है। यातायात के 48 ऐसे स्थानों पर रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक तैनात किया गया है जहां पर सबसे अधिक सड़क हादसे हो रहे हैं।
छह दिन में इतने चालान हुए
22 जुलाई से शुरू किए गए अभियान के तहत यातायात पुलिस ने अलग-अलग वाहनों के विभिन्न नियमों के उल्लंघन कि 978 चालान किए हैं।
इनमें सबसे अधिक 370 चालान माल वाहन वाहनों के हैं। इसके बाद 159 चालान बिना हेलमेट के दोपहिया वाहनों के हैं। इसके बाद 58 चालान खतरनाक ढंग से वाहन चलाने के हैं।
मालवाहक वाहनों की तेज रफ्तारी की वजह से रात मैं होते है सबसे घातक हादसे
दिल्ली पुलिस की वर्ष 2021 की क्रैश रिपोर्ट पर नजर पर डालें तो पता चलता है कि राजधानी में शाम सात बजे से रात दो बजे तक सबसे ज्यादा घातक हादसे हुएं हैं। वर्ष 2021 के आंकड़ों से पता चलता है कि शाम सात बजे से रात दो बजे तक हर घंटे के हिसाब से देखे तो हुए हादसों में औसतन 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इसमें रात 11 से 12 बजे के बीच हुए हादसों में 123 लोगों की मौत हुई है।
वहीं, रात नौ बजे से सुबह तीन बजे तक हर घंटे के हिसाब हुए घातक हादसे औसतन आठ से अधिक मालवाहक वाहनों के द्वारा हुए हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा वर्ष 2022 की क्रैश रिपोर्ट सितंबर में जारी होने की संभावना है।
यह है दिल्ली में सड़क हादसों की स्थिति
कुल हादसे
दिन- 2673
रात- 2047
हादसे में मौत
दिन-561
रात 645
यह आंकड़े 2021 के है