काजल कश्यप, हमीरपुर
जैसे-जैसे रंगों का त्यौहार होली नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे बाजार में खोया की दुकानों की सजावट होने लगती है। होली के मौके पर खोया की जरूरत तो सभी को होती हैं लेकिन क्या कोई जानता है कि बाजार में बिकने वाले खोये की गुणवत्ता को लेकर प्रश्न चिन्ह लगने लगे हैं। ऐसे ही यूपी के हमीरपुर जिले में होली के त्योहार पर जमकर (मावा) खोया की बिक्री होती है और मिलावट खोर जमकर सिंथेटिक खोए की बिक्री दुकानदारों को कराते हैं। जिले में सिंथेटिक खोए का व्यापार कानपुर देहात के कुछ गांवों से किया जाता है। जिस पर सख्ती बरतते हुए इस बार होली में जिला प्रशासन ने कानपुर बॉर्डर की ओर खाद विभाग की टीम लगाई है जो कानपुर की ओर से आने वाले खोए और दूध की जांच कर रही है।
हमीरपुर जिले में होली का त्यौहार आते हैं मिलावट खोर सक्रिय हो गये हैं। दूध और मिलावटी खोए का जमकर व्यापार शुरू हो गया है। होली को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार मिलावटखोरों के विरुद्ध अभियान शुरू कर दिया है। बता दें कि खोया और दूध की सप्लाई कानपुर देहात के गांवों से हमीरपुर जिले में होती है। खाद निरीक्षण विभाग ने यमुना पुल पर दूध और खोए का व्यापार करने वाले लोगों के सामान की जांच करना शुरू कर दी है। जांच के दौरान बोरियों में भरकर सप्लाई के लिए आ रहा कई कुंटल खोया खाद विभाग की टीम ने यमुना पुल के पास पकड़ लिया। साथ ही खोया लेकर आ रहे व्यापारी को भी टीम ने पकड़ लिया है। खोया का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मुनाफाखोरी के विरुद्ध खाद निरीक्षण विभाग कार्यवाही करेगा।