भारत-बांग्लादेश के बीच दो मैच की टेस्ट सीरीज बांग्लादेश में खेली जा रही है। टेस्ट सीरीज का पहले मुकाबला में भारत ने 188 रनों से शानदार जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। रनों के लिहाज से टेस्ट में यह बांग्लादेश के खिलाफ यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। वर्ष 2022 में भारतीय टीम विदेशी जमीन पर पहला टेस्ट मैच जीती है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ भारत को हार का सामना करना पड़ा था।
भारत और बांग्लादेश सीरीज में भारत ने पहली पारी में 404 रन का स्कोर बनाया था। इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम 150 रन पर ऑल आउट हो गई थी। भारत ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 258 रन बनाकर घोषित की और बांग्लादेश के सामने 513 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम 324 रन ही बना पाई और 188 रन से मैच हार गई।
टीम इंडिया कप्तान लोकेश राहुल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। उन्होंने गिल के साथ मिलकर अच्छी शुरुआत दी। हालांकि, गिल 20 रन बनाकर आउट हो गए थे। इस दौरान टीम इंडिया के स्कोर बोर्ड पर मात्र 41 रन थे। गिल के पवेलियन लौटते ही कप्तान राहुल और विराट कोहली भी आउट हो गए। 48 रन के स्कोर पर तीन विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम मुश्किल में थी। इसके बाद पंत और पुजारा ने भारतीय पारी को संभाला दोनों ने चौथे विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी की थी। इसके बाद पंत भी 46 रन बनाकर आउट हो गए थे।
पुजारा ने श्रेयस के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने शानदार बल्लेबाजी की और अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए। हालांकि, पुजारा दिन के अंत में शतक बनाने से ठीक पहले आउट हो गए। उन्होंने 90 रन की पारी खेली। इसके बाद अक्षर ने श्रेयस के साथ मिलकर 19 रन जोड़े, लेकिन दिन की आखिरी गेंद पर वह भी आउट हो गए। पहले दिन बांग्लादेश के लिए तैजुल इस्लाम ने तीन विकेट लिए। वहीं, मेहदी हसन मिराज को दो विकेट मिले। खालेद अहमद के नाम एक सफलता लगी। इबादत हसन ने भी श्रेयस अय्यर को आउट कर दिया था, लेकिन बेल्स नहीं गिरीं और श्रेयस नाबाद रहे।
दूसरे दिन भारत ने 278/6 के स्कोर से अपनी पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन श्रेयस अय्यर जल्द ही आउट हो गए। पहले दिन उन्हें दो जीवनदान मिले थे और दूसरे दिन भी उन्हें एक जीवनदान मिला, लेकिन अय्यर अपना शतक नहीं पूरा कर सके। उन्होंने 86 रन बनाए। इसके बाद कुलदीप यादव और अश्विन ने आठवें विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी कर भारत का स्कोर 385 रन तक पहुंचा दिया। अश्विन 58 और कुलदीप 40 रन बनाकर आउट हुए। अंत में उमेश ने दो छक्कों की मदद से भारत ने पहली पारी में 404 रन का स्कोर खड़ा किया। बांग्लादेश के लिए तैजुल इस्लाम और मेहदी हसन मिराज ने चार-चार विकेट लिए। खालेद अहमद और इबादत हसन के नाम एक सफलता लगी।
बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 150 रन पर सिमट गई। सिराज ने तीन और कुलदीप ने पांच विकेट लिए। उमेश और अक्षर को एक-एक विकेट मिला। मुश्फिकुर रहीम बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने 28 रन की पारी खेली। मेहदी हसन ने 25, लिटन दास ने 24 और जाकिर हसन ने 20 रन बनाए।
मैच के दूसरे दिन ही बांग्लादेश की टीम ऑल आउट होने के करीब थी, लेकिन मेहदी हसन ने बांग्लादेश को बचाए रखा। हालांकि, मैच के तीसरे दिन वह भी आउट हो गए और भारत को पहली पारी के आधार पर 254 रन की बढ़त मिली। टीम इंडिया के पास बांग्लादेश को फॉलोऑन देने का मौका था, लेकिन भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
पुजारा-गिल ने किया कमाल
भारत की दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा और शुभमन गिल ने शानदार बल्लेबाजी की। गिल ने 110 रन और पुजारा ने नाबाद 102 रन बनाए। तीसरे दिन के अंत में ही भारत ने दो विकेट पर 258 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। बांग्लादेश के सामने 513 रन का लक्ष्य था। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश ने बिना कोई विकेट गंवाए 42 रन बना लिए।
मैच के चौथे दिन बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। जाकिर हसन और शान्तो ने बांग्लादेश का स्कोर 42/0 से 124 रन तक पहुंचाया। इसके बाद उमेश ने शान्तो को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई और जल्द ही अक्षर ने यासिर अली को आउट कर दिया। दो विकेट गिरने के बाद बांग्लादेश मुश्किल में आया, लेकिन जाकिर के साथ मिलकर लिटन दास ने बांग्लादेश की पारी संभाल ली।
लिटन दास को कुलदीप ने खासा परेशान किया और अंत में वह बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में कुलदीप का ही शिकार बन गए। इस बीच जाकिर ने अपना शतक पूरा किया और शतक होते ही अश्विन की गेंद पर आउट हो गए। दिन के आखिरी सत्र में अक्षर पटेल ने दो और विकेट लिए। इसके साथ ही भारत की जीत तय हो चुकी थी। मैच के आखिरी दिन भारत को जीत के लिए चार विकेट और बांग्लादेश को 241 रन की जरूरत थी।
मैच के पांचवें दिन की शुरुआत में ही मोहम्मद सिराज ने मेहदी हसन को आउट कर भारत की जीत तय कर दी थी। इसके बाद शाकिब ने आक्रामक बल्लेबाजी कर भारतीय गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। शाकिब ने छह चौके और छह छक्कों की मदद से 84 रन जड़ दिए। कुलदीप ने शाकिब को आउट कर भारतीय गेंदबाजों को राहत दिलाई। अगले ही ओवर में अक्षर ने तैजुल को आउट कर भारत को जीत दिला दी।