Border-Gavaskar Trophy: इंडिया (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज 09 फरवरी से नागपुर (Nagpur) में शुरू हो रही है। ऑस्ट्रेलिया टीम में भारतीय स्पिन गेंदबाजों (Spin Bowler) का खौफ देखा जा रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बेंगलुरू (Bengaluru) में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ जमकर अभ्यास (Practice) किया है। स्पिन गेंदबाजों का जितना खौफ ऑस्ट्रेलिया टीम में देखा जा रहा है। उससे भी ज्यादा डर ऑस्ट्रेलिया की मीडिया में देखने को मिल रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने नागपुर पिच से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit sharma) ने इसका जवाब दिया है।
कुछ ऑस्ट्रेलियाई पत्रकारों और पूर्व क्रिकेटरों को लगता है कि भारत अलग-अलग तरीके से पिच तैयार कर रहा है। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब भारत के कप्तान रोहित शर्मा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने सबसे सटीक जवाब दिया। रोहित ने पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ध्यान मैच पर होना चाहिए, पिच पर नहीं।
रोहित शर्मा ने दिया जवाब
रोहित ने सवाल के जवाब में कहा कि सिर्फ क्रिकेट पर ध्यान दें, पिच पर नहीं। मैदान पर खेलने वाले सभी 22 खिलाड़ी क्षमतावान हैं। पिच के बारे में बात करते हुए रोहित ने स्वीकार किया कि यह स्पिनरों को मदद करने वाली है। भारतीय टीम नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 के बाद खेलेगी। पिछली बार टीम इंडिया ने इस मैदान पर कंगारू टीम को हराया था।
स्ट्राइक रोटेट करने पर फोकस
रोहित ने कहा कि हमारा ध्यान बल्लेबाजी के दौरान स्ट्राइक रोटेट करने पर होगा। एक योजना और एक तरीका होना महत्वपूर्ण है। हर किसी का तरीका अलग होता है। कुछ को स्वीप करना पसंद है तो कुछ को गेंदबाज के ऊपर से मारना। आपको स्ट्राइक रोटेट करने की जरूरत होती है और कभी-कभी आपको आक्रामक खेलने की जरूरत होती है। कप्तान स्पष्ट रूप से अलग-अलग चीजों की कोशिश करेंगे। फिल्डिंग और गेंदबाजी में बदलाव करेंगे।
चुनौतीपूर्ण होगी टेस्ट सीरीज
बहुप्रतीक्षित सीरीज के बारे में बात करते हुए रोहित ने स्वीकार किया कि चार मैचों की टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को हराना चुनौतीपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि हमने सही परिणाम के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए आवश्यक काम किया है।