दुमका। जनपद में सिरफिरे आशिक ने एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे डाला है। शाहरुख नाम के युवक ने प्यार नहीं करने पर अंकिता नाम की लड़की के शरीर पर पेट्रोल छिड़कर आग लगी दी, जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसबीच हत्याकांड को लेकर नया राज बाहर आया है। मृतका के परिवारवालों ने बताया है कि, घटना के पांच दिन पहले आरोपी हमारे घर आया था और उसने खिड़की के कांच को तोड़ डाला था। स्थिति को आउट ऑफ कंट्रोल होते देख अंकिता के घर वालों ने पुलिस में शिकायत करने की सोची। इसकी जानकारी आरोपी के भाई सलमान खान को हुई तो वह हमारे घर आया। पुलिस में शिकायत नहीं करने के साथ ही शाहरुख को दूसरे शहर भेजने का आश्वासन दिया। हमलोग सलमान के बहकावे में आ गए। इसी के बाद शाहरुख ने उसी टूटी खिड़की से पेट्रोल छिड़कर अंकिता को जिंदा फूंक दिया।
क्या है पूरा मामला
दुमका निवासी अंकिता कक्षा बारवीं की छात्रा था। मोहल्ले का रहने वाला शाहरुख उसे आएदिन परेशान करता था। अंकिता के परिवारवालों का आरोप है कि शाहरुख पिछने दो साल से बेटी के पीछे पड़ा था। हत्या करने से दो दिन पहले शाहरुख ने अंकिता से शादी करने को कहा। अंकिता ने इंकार किया तो वह उसके घर पर आ धमका। जमकर गालीगलौज की और जिस कमरे में अंकिता रहती थी, उसकी खिड़की तोड़ डाली। इसके बाद शाहरुख पांचवे दिन अंकिता के घर पहुंचा। टूटी खिड़की से पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग से अंकिता 90 फीसदी जल गई और रांची स्थित अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
अंकिता ने मौत से पहले दिया बयान
मृतक छात्रा ने अपने बयान में कहा था कि शाहरुख उसे पिछले करीब दो सालों से परेशान कर रहा था। 19 साल की अंकिता ने बताया था कि शाहरुख ने उसकी एक सहेली से उसका मोबाइल नंबर लिया था। जब उसने शाहरुख से फोन पर बात करने से इनकार कर दिया था तब शाहरुख ने उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में काफी गुस्सा है। रविवार को जब लड़की की अंतिम यात्रा निकाली गई तो वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे । स्थिति को देखते हुए पूरे शहर में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और धारा 144 लगा दी गई है।
—तो शायद जिंदा होती अंकिता
अंकिता के फूफा विनय सिंह जो उसके घर के बगल में रहते हैं ने बताया कि, पांच दिन पहले शाहरुख ने हंगामा किया था। हम पुलिस के पास जाने वाले थे कि, शाहरुख के बड़े भाई सलमान को इसकी जानकारी हुई तो वह हमारे घर पर आया। सलमान ने अंकिता के परिजनों से पुलिस कंप्लेन नहीं करने की गुजारिश की। उसने अंकिता के परिवार को आश्वासन दिया कि शाहरुख को दुमका से बाहर भेज देगा। उसके इस आश्वासन से अंकिता के घरवाले मान गए। पर शाहरुख बदला लेने पर तुला था और उसने टूटी हुई खिड़की से प्रेट्रोल डालकर अंकिता को जिंदा जला डाला। फूफा विनय सिंह ने बताया कि अगर उस दिन सलमान की बात में न आते तो शायद अंकिता आज जिंदा होती।
आरोपी को बचा रहे थे डीएसपी मुस्तफा
दुमका केस में जांच अधिकारी नूर मुस्तफा को हटा दिया गया है। आरोप लगे थे कि डिप्टी एसपी नूर मुस्तफा शाहरुख को बचा रहे थे। पीड़िता के परिवारवालों के साथ बीजेपी नेताओं ने भी मुस्तफा को हटाने की मांग की थी। झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने तो ये तक कहा था कि नूर, पीएफआई से मिले हुए हैं। इसके बाद दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने नूर मुस्तफा इस मामले की जांच से हटा दिया। उन्होंने कहा कि अब इस मामले की जांच सुप्रीटेंडेंट स्तर के दूसरे पुलिस अधिकारी करेंगे। एसपी स्तर के अधिकारी इस केस की निगरानी करेंगे। हालांकि, नूर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।