वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कालका-शिमला रेलवे ट्रैक अब छह अगस्त तक पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान कालका से शिमला और शिमला से कालका आने वाली सभी ट्रेनों की आवाजाही बंद रहेगी। कालका रेलवे स्टेशन के अधीक्षक सीताराम मीणा ने बताया कि इस ट्रैक पर कई जगह पर बड़े पहाड़ खिसक कर रेलवे ट्रैक पर गिरे हैं इसके अलावा कई जगह बड़े पेड़ों के गिरने से ट्रैक बाधित है..
वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कालका-शिमला रेलवे ट्रैक अब छह अगस्त तक पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान कालका से शिमला और शिमला से कालका आने वाली सभी ट्रेनों की आवाजाही बंद रहेगी। कालका रेलवे स्टेशन के अधीक्षक सीताराम मीणा ने बताया कि इस ट्रैक पर कई जगह पर बड़े पहाड़ खिसक कर रेलवे ट्रैक पर गिरे हैं, इसके अलावा कई जगह बड़े पेड़ों के गिरने से ट्रैक बाधित है।
119 साल पुराना है ट्रैक
यह पूरा ट्रैक जंगल से होकर गुजरता है ऐसे में इन पहाड़ों व मलबे व पेड़ों को हटाने में समय लग रहा है। इसके अलावा इस ट्रैक पर अभी भी भूस्खलन हो रहा है। इसलिए यात्री सुरक्षा के मद्देनजर अभी 17 जुलाई से छह अगस्त तक यह ट्रैक बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान जिन भी यात्रियों ने ऑनलाइन बुकिंग करवाई है उनकी खाते में पैसे रिफंड हो जाएंगे। कालका शिमला रेलवे ट्रैक 119 साल पुराना है।
2008 में मिला था वर्लड हेरिटेज का दर्जा
कालका शिमला रेलवे ट्रैक 9 नवंबर 1903 को शुरुआत हुआ था। 96 किमी.लंबे इस रेलमार्ग पर 18 स्टेशन है। 103 सुरंगें और 869 छोटे-बड़े पुल हैं। इसी अनूठे निर्माण की वजह से यूनेस्को ने जुलाई 2008 में इसे वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिया था। इस ट्रैक पर सफर करने का पयर्टकों में खासा आकर्षण रहता है।