यूपी के कानपुर में शुक्रवार तड़के एक साइकिल की गद्दी और पैडल बनाने वाली फैक्टरी में आग लग गई। आग लगने से फैक्टरी में भगदड़ मच गई। कुछ ही पलों में आग ने पूरी फैक्टरी को अपनी चपेट में ले लिया। आग की विकराल लपटे दूर से देखी जा सकती थीं। वहीं पूरी फैक्टरी किसी भट्टी की तहर दहकने लगी। फैक्टरी के काम कर रहे 11 मजदूर फंस गए। पुलिस ने किसी तरह से उन्हे रेस्क्यू किया गया। आग की चपेट में आने 6 मजदूर झुलस गए। जिसमें से तीन मजदूरों की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं दो की हालत गंभीर बनी हुई है, एक को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
फजलगंज थाना क्षेत्र स्थित गड़रियन पुरवा में एसके इंडस्ट्रीज नाम से फैक्टरी है। इस फैक्टरी के मालिक दीपक कटारिया हैं। शुक्रवार सुबह तड़के शॉट सर्किट की वजह से आग लग गई। फैक्टरी में बीती रात 11 मजदूर काम कर रहे थे। फैक्टरी में प्लास्टिक के दाने होने की वजह से आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की सूचना पहुंची दमकल की 8 गाड़िया मौके पर पहुंच गईं। लगभग दो घंटे की कड़ी मसक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया।
तीन की मौत
फैक्टरी में आग लगने की सूचना पहुंची पुलिस ने 11 मजदूरों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। जिसमें 6 मजदूर आग की चपेट में आकर झुलस गए थे। पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया था। उपचार के दौरान उन्नाव निवासी जयप्रकाश (50), सचेंडी निवासी नरेंद्र (40), शिवराजपुर निवासी प्रदीप (28) की मौत हो गई। वहीं गौरव और मनोज गंभीर रूप से झुलस गए हैं, सभी उपचार चल रहा है।
रेस्क्यू कर बाहर निकाले गए मजदूर
फायर अधिकारी दीपक शर्मा के मुताबिक सुबह लगभग चार बजे गड़रियन पुरवा में आग की सूचना मिली थी। हमने फौरन फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को रवाना किया था। इस फैक्टरी में ग्राउंड फ्लोर में पांच, पहली और दूसरी मंजिल में 6 मजदूर फंसे थे। उन्हे पुलिस और फायर फाईटरों के मदद से रेस्क्यू किया गया था। आग की तीव्रता बहुत तेज थी, हमने आग बढ़ने से रोकने का काम किया। इसके साथ ही एलपीजी सिलेंडरों को बाहर निकाला गया।