कानपुर: कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को विधायक के अधिवक्ता ने उनके परिवार के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फर्जी आधार कार्ड को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे। इसके बाद शनिवार देररात जाजमऊ पुलिस भारी फोर्स के साथ उनके घर पहुंच गई। पुलिस ने इरफान के पारिवारिक सदस्यों से असली आधार कार्ड मांगे। लेकिन परिवार ने आधार कार्ड देने से इंकार कर दिया। परिवार का कहना है कि पुलिस ने आधार कार्ड उपलब्ध कराए जाने को लेकर किसी प्रकार नोटिस नहीं दिया था।
सपा विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी, मां और उनके वकील गौरव दीक्षित ने बीते शुक्रवार को कानपुर प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। मीडिया से बात करते हुए अधिवक्ता गौरव दीक्षित ने कहा था कि विधायक इरफान सोलंकी पर फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा करने के आरोप लगे हैं। घरेलु हवाई यात्रा में पांच आईडी प्रूफ में से कोई भी एक दिखा कर यात्रा कर सकते हैं। लेकीन पुलिस को कैसे पता चला कि इरफान आधार कार्ड दिखाकर हवाई यात्रा की है। पुलिस ने बिना किसी सबूत के 26 नवंबर को मुकदमा लिख दिया, और आधार कार्ड की बरामदगी 8 दिसंबर की दिखाई थी।
अधिवक्ता ने उठाए थे सवाल
अधिवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री और उच्चाधिकारीयों को थाना स्तर से गुमराह किया गया। अधिकारियों और सरकार को खुश करने लिए थाना स्तर से गड़बड़ियां की गईं हैं। जिस महिला ने आगजनी का आरोप लगाया है, किसी ने ये जानने की कोशिश की इरफान सोलंकी और रिजवान सोलंकी कहां हैं। जिन प्रत्यक्षदर्शीयों ने बयान दर्ज कराएं हैं, क्या उन्होंने इरफान को देखा है। जबकि आगजनी की घटना के वक्त इरफान रिजवी रोड स्थित कार्यालय में थे। उनके भाई रिजवान लखनऊ में थे, पुलिस को सीडीआर और टोलप्लाजा के फुटेज निकलवाने चाहिए थे। रिजवान 11 बजे लखनऊ में थे, तो कैसे प्रत्यक्षदर्शी ने देख लिया। ट्रायल में बहुत सी बातें सामने आएंगी।
विधायक समेत 7 को बनाया आरोपी
जाजमऊ थाना क्षेत्र डिफेन्स कॉलोनी निवासी बेबीनाज ने विधायक इरफान, भाई रिजवान पर अपने समर्थकों के साथ मिलकर विवादित प्लॉट पर बनी झोपड़ी में आग लगाने का आरोप लगाया था। पुलिस विधायक और उनके भाई समेत 55 लोगों को आरोपी बनाया था। इस घटना के बाद विधायक इरफान सोलंकी फरार हो गए थे। इरफान ने फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा की थी। पुलिस ने अशरफ अली नाम का फर्जी आधार कार्ड बरामद किया था। जिसमें विधायक इरफान सोलंकी की फोटो लगी थी। पुलिस ने इस मामले में इरफान सोलंकी, सपा नेत्री नूरी शौकत समेत सात लोगों को आरोपी बनाकर जेल भेजा था। लेकिन फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला फरार है। पुलिस इसमें चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
कोर्ट में देंगे प्रार्थना पत्र
सपा विधायक इरफान सोलंकी के परिवार का कहना है कि आधार कार्ड उपलब्ध कराए जाने को लेकर पुलिस ने कोई नोटिस नहीं दिया था। जिसकी वजह से आधार कार्ड पुलिस को मुहैया नहीं कराए गए। शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस को आधार कार्ड की क्या जरूरत पड़ गई। यदि जरूरत पड़ेगी तो कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग करेंगे।