कानपुर। कानून को अपने हाथ में लेने वालों पर सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त हैं और इसी कड़ी में कानपुर हिंसा के आरोपी बिल्डर हाजी वसी के खिलाफ अब तक क सबसे बड़ा एक्शन होने वाला है। कानपुर विकास प्राधिकरण के साथ जिला प्रशासन और पुलिस ने गुपचुप तरीके से बिल्डर हाजी वसी की अवैध रूप से बनीं बहुमंजिली 16 इमारतें ध्वस्त करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। किसी भी दिन अचानक ऐसे अवैध निर्माणों पर ‘बाबा का बुलडोजर’ चल सकता है। केडीए ने बिल्डर हाजी वसी की चमनगंज, बेकनगंज, अनवरगंज थाना क्षेत्रों में अवैध रूप से बनीं पांच निर्माणाधीन इमारतों और जाजमऊ में दो अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की तैयारियां तेज कर दी हैं।
क्या है पूरा मामला
नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर कानपुर में 3 जून को जूमे की नमाज के बाद हिंसा भड़की थी। उपद्रवियों ने पुलिस और लोगों पर पथराव, फायरिंग और बमबाजी कर महौल खराब कर दिया था। पुलिस ने बवाल के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी समेत 70 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हिंसा में फंडिग करने का आरोप हाजी वसी पर लगा था। पुलिस ने शातिर बिल्डर को लखनऊ से दबोचा था। इसके बाद केडीए ने बिल्डर की इमारतों की जांच करवाई, जो नियम के वितरीत बनी थीं। केडीए ने 16 इमारतों को ढहाए जाने का निर्णय लिया है। किसी भी दिन केडीए का बुलडोजर इन इमारतों पर चल सकता है।
सील इमारतों का शुरू करवा दिया था निर्माण
हाजी वसी ने केडीए के ही कुछ अफसरों, कर्मियों की मिलीभगत से जिन सात निर्माणों की सील तोड़कर पुनः निर्माण शुरू कराया था वहां पुनः निर्माण रुकवाने के साथ ही संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। अब इनके ध्वस्तीकरण की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जहां ये निर्माण हैं, वह संवेदनशील क्षेत्र हैं। इसलिए कानपुर विकास प्राधिकरण जिला प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से कार्रवाई करेगा। केडीए की तरफ से थानों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। सूत्र बताते हैं कि एक-दिन के अंदर केडीए इन इमारतों को ढहा सकता है।
इन इमारतों को ढहाने के आदेश
88/561, प्रेम नगर थाना चमनगंज में पूरा निर्माण अवैध है। 79/25, बांसमंडी। निर्माण अवैध तीन मंजिल से भी अधिक अवैध। 88/333 पार्ट, चमनगंज। 300 वर्ग गज के भूखंड पर तीन मंजिल अवैध निर्माण। 105/203, चमनगंज। 80 वर्ग गज प्लॉट पर भूतल के साथ पांच मंजिल तक अवैध निर्माण। 88/507 पार्ट, चमनगंज। 100 वर्ग गज के प्लॉट पर बेसमेंट और भूतल के अलावा 5 मंजिल का अवैध निर्माण। 88/248 मौला दूध का चौराहा, चमनगंज। 200 वर्ग गज के प्लॉट पर अवैध रूप से भूतल पर स्लैब डाली गई है। जीवन बीमा अस्पताल के सामने वाजिदपुर, जाजमऊ। 200 वर्ग मीटर के प्लॉट पर 10 दुकानों का अवैध निर्माण।
केडीए वापस कराएगा पैसा
कानपुर हिंसा में फंडिंग के आरोपी बिल्डर वसी के अवैध अपार्टमेंट खाली भी कराए जाएंगे। जिन अपार्टमेंट में लोग फ्लैट खरीदकर रह रहे हैं, उनका पैसा पुलिस और प्रशासन की मदद से केडीए वापस कराएगा। इसके लिए साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दीपक कुमार मुखर्जी बनाम कोलकाता म्युनिसिपल कार्पोरेशन के केस में जारी किए आदेशों को आधार बनाया जाएगा। लिहाजा, ध्वस्तीकरण के आदेश जारी करने के बाद केडीए ने सभी अवैध इमारतों की जांच शुरू कर दी है।
विधिक राय ली जा रही है
मामले में केडीए के ओएसडी अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि बिल्डर वसी की जिन इमारतों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किए गए हैं। उनका परीक्षण किया जा रहा है। इसमें रहने वालों का विवरण भी जुटाया जा रहा है। विधिक राय भी ली जा रही है। अवनीश सिंह ने बताया कि प्रवर्तन दल को किसी भी समय तैयार रहने को कहा गया है। इसकी सूचना संबंधित थानों की पुलिस को भी दे दी गई है। अब रोस्टर के हिसाब से एक-एक इमारतों पर बुलडोजर चलेगा।