कानपुर। 3 जून से पहले कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी और उसके साथी सूफियान और जावेद ने बैठक की थी। तीनों ने मिलकर ब्रह्मनगर स्थित रोमा ग्राफिक प्रिंटिंग प्रेस से पोस्टर व पर्चे छपवाए थे। पोस्टर में बंद के अलावा अन्य बातें लिखी गई थीं। पुलिस ने इसे नियम विरूद्ध मानते हुए प्रेस के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को पुलिस आरोपी को जेल भेजेगी।
ऐसे सामने आया साजिश वाला राज
हयात जफर हाशमी के संगठन एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन की तरफ से तीन जून को बाजार बंदी का आह्वान किया गया था। बंदी को लेकर प्रमुख बाजारों व इलाकों में पोस्टर लगाने के साथ पर्चे बांटे गए थे। हिंसा के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो बड़े पैमाने पर पोस्टर व पर्चे बरामद किए। पुलिस की जांच में पता चला कि रोमा ग्राफिक प्रिंटिंग प्रेस से ये छपवाए गए थे।
पकड़ा गया प्रेस का मालिक
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रेस मालिक शंकर को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में पता चला कि हयात के करीबी व साजिश में शामिल सूफियान व जावेद ने प्रेस पहुंचकर पोस्टर छापने का ठेका दिया था। ज्यादा पैसे की लालच में आकर शंकर ने पर्चे व पोस्टर छाप दिए। जो कि नियम और कानून के विरूद्ध है। पुलिस ने प्रेस मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को सूचना देनी चाहिए
डीसीपी का कहना है कि इस तरह के आंदोलन व बाजार बंदी के पोस्टर आदि छापने से पहले स्थानीय पुलिस को सूचना देनी चाहिए। क्योंकि यह कानून-व्यवस्था से जुड़ा मसला है। इसलिए शंकर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं शंकर के परिवारवालों का कहना है ि कवह बेगुनाह है। उसे फंसाया गया है।