कानपुर। 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर के हिंसा भड़की थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड समेत 55 उपद्रवियों को सलाखों के पीछे भेजा था। दंगे के मुख्य साजिशकर्ता ‘हयात एंड कंपनी’ को पुलिस ने रिमांड में लेकर पूछताछ की। आरोपियों ने कई राज उगले। उन्होंने पुलिस को बताया कि बेकनगंज इलाके में स्थित इमारत पर पत्थर रखे गए थे। उन्नाव से पैसे देकर उपद्रवियों को बुलवाया गया और यहीं पर रखा गया था।
हयात जफर हाशमी के साथ साजिश में शामिल उसके साथी जावेद अहमद, सूफियान और राहिल को पुलिस ने 11 जून को रिमांड पर लिया था। करीब 50 घंटे तक आरोपियों से एसआईटी के अलावा एटीएस और आईबी की टीम ने पूछताछ की। इस दौरान फंडिंग से संबंधित कुछ अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। हयात जफर हाशमी ने हिंसा में हाजी वसी की नाम उगला। जिसके बाद वसी खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई भी शुरू हो गई। हाजी वसी समेत तीन की इमारतों को रविवार को केडीए ने सील किया था। जल्द ही केडीए के साथ मिलकर पुलिस इन इमारतों पर बुलडोजर चला सकती है।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि, आरोपियों ने बेकनगंज इलाके में एक इमारत को कचव के तौर पर इस्तेमाल किया। इमारत पर पत्थर रख गए। पुलिस ने इस इमारत को सील कर दिया है। हयात एंड कंपनी से पूछताछ में सामने आया है कि बाजार बंदी में शामिल होने के लिए उन्नाव से भी लोग शामिल हुए थे। कइयों के नाम भी पुलिस के हाथ लगे हैं। मोबाइल नंबर की सीडीआर और लोकेशन की मदद से एसआईटी पुष्टि कर रही है।
नई सड़क पर हुए बवाल के मामले में पुलिस ने दावा किया है कि मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को मुख्य रूप से फंडिंग करने वाला बिल्डर हाजी वसी ही है। रविवार को केडीए ने हाजी वसी की जाजमऊ स्थित इमारत सील की थी। सोमवार को चमनगंज में स्थित उसकी चार और इमारतों को सील कर दिया। इन चारों इमारतों में सीलिंग के बावजूद निर्माण कार्य हो रहा था। केडीए ने हाजी वसी व उसके साथियों पर चार एफआईआर दर्ज कराई हैं। हाजी वसी सभी केसों में आरोपी है, जबकि उसका साथी हमजा व आदिल एक-एक में आरोपी बनाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर भी चलाने की तैयारी है। हालांकि अभी पुलिस, प्रशासन या केडीए के अफसर इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दे रहे हैं। धीरे-धीरे शिकंजा कसता जाएगा। केडीए की टीमें लगातार मौके पर जाकर निरीक्षण कर रही हैं तो वहीं कुछ अफसर बुलडोजर को लेकर फाइल और प्लानिंग करने में जुटे हैं। सूत्रों की मानें तो शुक्रवार से पहले केडीए का बुलडोजर इन इमारतों को ढहा सकता है।