कानपुर। 3 जून की तरह दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूपी दौरे से पहले कानपुर के बिल्हौर कस्बे में माहौल बिगाड़ने की साजिश हुई। 60 से 60 उपद्रवियों ने देररात राहुल नाम के युवक पर जानलेवा हमला किया। आरोपी दूसरे समुदाय के थे। इसबीच युवक के पक्ष में तमाम लोग सड़क पर उतर आए और प्रदर्शन करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत करवाया और 60 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के लिए जालौन आ रहे हैं। पीएम के दौरे से पहले देररात बिल्हौर में बहौल हो गया। यहां राहुल अपने भाई प्रथम के साथ एक दुकान पर फास्ट-फूड खाने गए थे। दोनों भाई घर लौट रहे थे, तभी पीछे से बाइक पर कुछ लड़के आए और उन्हें घेर लिया। आरोपियों ने राहुल की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर उसे हैलट लेकर आया गया।
राहुल के भाई के मुताबिक, घ्शादाब, मो. जैद, कासिम खां, दानिश खां, हाशिम खां, तामिल खां, जाहिद खां, कामिल खां, दाउद खां, शहनवाज खां, अरबाज खां, शोहेल खां, बाबू खां, आसिफ खां हसीम कुरैशी समेत अन्य लोगों ने हमें घेर लिया। इसके बाद मारपीट करने के साथ ही तलवार और चापड़ से हमला कर दिया। मैं तो जान बचाकर किसी तरह भाग निकला। दबंगों ने राहुल को घायल कर दिया।
कुछ देर में माहौल बिगड़ने लगा। 50 से 60 लोग सड़क पर निकल आए। उनके हाथ में लाठी-डंडे थे। जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। गांव में सांप्रदायिक माहौल खराब होने लगा। आईजी प्रशांत कुमार और एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह गांव पहुंचे। तनाव को देखते हुए पीएसी को लगाया गया है। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया, “घायल युवक राहुल के भाई प्रथम की तहरीर पर 16 नामजद और 50 से ज्यादा अज्ञात पर एफआईआर लिखी है। हत्या का प्रयास, बलवा समेत अन्य धारा लगी हैं। देर रात दबिश देकर 6 आरोपियों को अरेस्ट किया है। तीन टीमें गठित करके बाकी लोगों को तलाश किया जा रहा है।
एसपी आउटर ने बताया कि जांच में आरोपियों और घायल की कोई रंजिश सामने नहीं आई है। प्राथमिक जांच में तो यही लग रहा है कि इलाके का माहौल बिगाड़ने के लिए साजिश रची गई थी। वहीं पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा और मंडलायुक्त राजशेखर घायल युवक को देखने हैलट अस्पताल पहुंचे। पीएम के दौरे से पहले हुई घटना से पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर है। कानपुर से लेकर जालौन तक सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
इससे पहले 3 जून को कानपुर के यतीमखाना से हिंसा भड़की थी। उस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी कानपुर के परौंख गांव में मौजूद थे, जोकि घटनास्थल से सिर्फ 60 किमी पर था। इस गांव से निकलकर राष्ट्रपति और पीएम को यतीमखाना से सिर्फ डेढ़ किमी दूर पहुंचना था। जांच में सामने आया था कि ये हिंसा साजिशन हुई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए 70 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में हयात जफर हाशमी को मास्टर माइंड माना गया। पीएफआई कनेक्शन भी मिला था।