लखनऊः समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव सोमवार को पत्नी डिंपल यादव के साथ संसद भवन पहुंचे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने डिंपल यादव को संसद भवन में शपथ दिलाई। मैनपुरी में डिंपल यादव ने रेकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज की थी। मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी की परिवारिक सीट मानी जाती है। मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी की जनता ने एक बार फिर से सपा पर भरोसा जताया है। वहीं डिंपल पर मुलायम सिंह की विरासत संभालने की जिम्मेदारी है।
मैनपुरी समाजवादी पार्टी का सबसे मजबूत गढ़ हैं। समाजवादी पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद से इस सीट पर किसी अन्य दल ने यहां पर जीत दर्ज नहीं की है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। जिसमें सपा से डिंपल यादव और बीजेपी के रघुराज शाक्य के बीच कांटे की टक्कर थी। डिंपल यादव ने बीजेपी के रघुराज शाक्य को 02.80 लाख वोटों से हराया था। डिंपल यादव मैनपुरी में बंपर जीत के साथ ही पहली महिला सांसद बन गईं हैं।
सपा से डिंपल यादव और भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य समेत छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। गुरुवार की सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई। शुरुआत से ही डिंपल यादव ने शुरूआत में ही बड़ी बढ़त बना ली। जो मतगणना खत्म होने के बाद बड़ी जीत में तब्दील हो गई।
डिंपल को 617625 वोट मिले, जबकि रघुराज सिंह को 329489 वोट मिले। इस तरह डिंपल ने 288136 वोटों से भाजपा प्रत्याशी को हरा दिया। बता दें कि 1996 के बाद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और इसके बाद अब तक सपा कभी इस सीट से नहीं हारी है।