लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान आजम खान की बुधवार को तबियत बिगड़ गई। परिवारवालों ने उन्हें मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में एडमिट करवाया। आजम खां को फेफड़ों के न्यूमोनिया और सांस लेने में तकलीफ होने के कारणए डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में रखा है। आवश्यक जांचों के बाद उनको क्रिटिकल केयर टीम की निगरानी में रखा गया है । उनकी तबीयत अभी स्थिर है। मेदांता लखनऊ की क्रिटिकल केयर टीम के प्रमुख डॉक्टर दिलीप दुबे और उनकी टीम उनके बेहतर इलाज के लिए निरंतर प्रत्यनशील है।
मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर ने गुरुवार को प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि बीते दिन यानी बुधवार देर रात को समाजवादी पार्टी के नेता 74 वर्षीय मोहम्मद आजम खान को न्यूमोनिया और सांस लेने में तकलीफ के कारण मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ के आईसीयू में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पूर्व सांसद की जांच के बाद उन्हें क्रिटिकल केयर टीम की निगरानी में रखा गया है। उनकी तबीयत अभी स्थिर एवं नियंत्रण में है। मेदांता लखनऊ की क्रिटिकल केयर टीम के प्रमुख डॉ. दिलीप दुबे और उनकी टीम उनके बेहतर इलाज के लिए निरंतर प्रत्यनशील है।
बता दें कि 27 महीने बाद आजम खान 20 मई को सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। सीतापुर जेल में भी आजम की दो बार तबीयत बिगड़ी थी। दोनों बार उन्हें लखनऊ के मेदांता में भर्ती कराया गया था। पिछले साल मई में आजम खान कोरोना संक्रमित भी हो गए थे। जहां उनका इलाज हुआ। ठीक होने के बाद आजम खान को जेल भेजा गया था। लोकसभा उपचुनाव में सपा नेता आजम खान एक्टिव रहे और चुनाव प्रचार किया। हलांकि, रामपुर और आजमगढ़ सीट पर बीजेपी ने सपा उम्मीदवार को हरा दिया था।