मुम्बई। ईडी के साथ-साथ इनकम टैक्स विभाग की लगातार एक्शन में है। कानपुर से लेकर मुम्बई में ताबड़तोड़ छापेमारी कर धनकुबेरों के ठिकानों से संपत्ति के साथ-साथ कैश बरामद कर रही है। इसी कड़ी में इनकम टैक्स विभाग ने ऑपरेशन ‘दुल्हनिया हम ले जाएंगे’ का आगाज महाराष्ट्र राज्स के जालाना इलाके में शुरू किया। यहां कई टीमों ने पांच बिजनेस ग्रुप्स के ठिकानों से करीब 390 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति जब्त की। रेड में इनके यहां से 58 करोड़ रुपए नकद, 32 किलो सोने के आभूषण, 16 करोड़ रुपए के हीरे, मोती मिले। आयकर विभाग की टीम को कैश गिनने में करीब 13 घंटे लग गए। कुछ कर्मचारियों की कैश गिनते-गिनते तबीयत खराब हो गई।
इनकम टैक्स विभाग ने 1 से लेकर 7 इगस्त तक महाराष्ट्र के जालाना में बड़े कारोबारियों के घर, फार्महाउस, फैक्ट्री के अलावा अन्य ठिकानों में छापेमारी की थी। इस दौरान आईटी की टीम ने इनके यहां से करीब 58 करोड़ की नकदी के अलावा 370 करोड़ से ज्यादा स जेवरात, हीरे-मोदी बरामद किए। सूत्रों के मुताबिक, एसआरजे स्टील, कालिका स्टील, एक को-ऑपरेटिव बैंक, फाइनेंसर विमल राज बोरा, डीलर प्रदीप बोरा के फैक्ट्री, घर और दफ्तरों परयह कार्रवाई की गई। इसकी जानकारी गुरुवार को मीडिया को दी गई।
रेड में इनकम टैक्स विभाग के 260 अफसर और कर्मचारी शामिल थे, जो 120 से ज्यादा गाड़ियों में आए थे। इस ऑपरेशन को एक ही समय में पांच अलग-अलग टीमों ने अंजाम दिया। इनकम टैक्स विभाग ने टैक्स चोरी की आशंका जताई थी। इनकम टैक्स विभाग की टीम को शुरुआती जांच में कुछ पता नहीं चला। बाद में जालाना से 10 किलोमीटर दूर कारोबारी के एक फार्महाउस पर भी कार्रवाई की गई। यहां एक अलमारी के नीचे, बेड के अंदर और एक अन्य अलमारी में थैलों में रखे नोटों के बंडल मिले।
टीम ने नोटों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की लोकल ब्रॉन्च में ले जाकर गिना गया। इन्हें गिनने में 10 से 12 मशीनें लगीं। कपड़े की 35 थैलियों में नोटों के बंडल रखे गए थे। सूत्रों की मानें तो नोटों को गिनने के लिए दर्जनों कर्मचारियों को लगाया गया। 17 घंटे तक बिना सोए ये कार्रवाई आईटी की टीम ने की। इस दौरान कारोबारी के परिवारवालों को घर से अने-जाने पर रोक लगा दी गई थी। उनके फोन भी रखवा लिए गए थे। सूत्र बताते हैं कि इनकम टैक्स की रडार में अभी भी कई धनकुबेर हैं, जिनके पास बेनामी सपंत्ति और नकदी है।
आयकर विभाग की टीम ने रेड को बेहद सीक्रेट रखा। हर तरह की एहतियात बरती गई। इसके लिए टीम ने अपनी गाड़ियों पर दूल्हे और दुल्हन के नाम के स्टिकर चिपका रखे थे, जिससे यह पता चले कि ये गाड़ियां किसी शादी में जा रही हैं। इस ऑपरेशन के दौरान सभी ’दुल्हनिया हम ले जाएंगे’ कोड वर्ड में बात कर रहे थे।