मुम्बई। महाराष्ट्र की एकनाथ सरकार ने सोमवार को हुए फ्लोर टेस्ट में विश्वास मत हासिल कर लिया। सरकार के पक्ष में 164 तो वहीं महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के पक्ष में सिर्फ 99 वोट पड़े। वोटिंग से पहले शिवसेना का एक और विधायक शिंदे गुट में शामिल हो गया।
शिंदे गुट को 164 वोट मिले
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास 106 विधायक तो वहीं सीएम एकनाथ शिंदे को 39 विधायकों का सदस्यों का समर्थन हासिल है। हाल ही में शिवसेना विधायक के निधन के बाद विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 287 रह गई है। फ्लोर टेस्ट के दौरान सत्ता पक्ष के समर्थन में 164 विधायकों ने वोट किया। वहीं विपक्ष में 99 वोट पड़े। 3 सदस्य तटस्थ रहे।
शिवसेना का एक और विधायक ने की बगावत
वोटिंग से पहले शिवसेना का एक और विधायक विधायक संतोष बांगर सत्ता पक्ष की ओर आ गया। रविवार को स्पीकर के चयन के समय शिंदे गुट को 164 वोट मिले थे। आज भी 164 मिले। आज स्पीकर राहुल नार्वेकर का वोट शामिल नहीं रहा। फ्लोट टेस्ट में फहत हासिल करने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवसेना के और विधायक आने वाले दिनों में शिंदे के साथ आ सकते हैं।
कई नेता देर से पहुंचे, नहीं ले सके हिस्सा
अशोक चव्हाण समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता वोटिंग में हिस्सा नहीं ले सके। वे विधानसभा देरी से पहुंचे और तब तक दरवाजे बंद कर दिए गए थे। कुल मिलाकर महाविकास आघाड़ी के 8 विधायक वोटिंग में हिस्सा नहीं ले सके। इनमें कांग्रेस के 7 और एक एनसीपी के विधायक हैं। विधासनभा में कांग्रेस के कुल 44 विधायक हैं।
उद्धव गुट को झटका
इससे पहले उद्धव ठाकरे धड़े को झटका देते हुए नए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने रविवार रात अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल के नेता पद से हटा दिया। उन्होंने एकनाथ शिंदे को फिर से शिवसेना विधायक दल के नेता के तौर पर मान्यता दी है। उद्धव खेमे के सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे गुट के भरत गोगावले को मुख्य सचेतक बनाया गया है। अब भरत गोगावले ने शिवसेना विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है और शिंदे सरकार के समर्थन में वोट देने को कहा है। अब जो विधायक इस व्हिप का उल्लंघन करेंगे, उन पर अयोग्यता की तलवार लटक जाएगी। यही कारण है कि फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव समर्थक 16 विधायक असमंसज में हैं।
स्पीकर के चुनाव में ऐसा जीता था सत्ता पक्ष
महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में एकनाथ शिंदे सरकार ने अपनी ताकत दिखा दी है। पहली बार विधायक बने भाजपा के राहुल नार्वेकर रविवार को विधानसभा अध्यक्ष चुन लिए गए। स्पीकर चुनाव को देखते हुए लग रहा है कि सोमवार को शिंदे सरकार विश्वास मत भी आसानी से जीत लेगी।