कानपुरः मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा बिष्ट यादव का मोह भी अब बीजेपी से भंग होता जा रहा है। शिवपाल यादव के समाजवादी कुनबे में वापस लौटने के बाद अब अपर्णा यादव की घर वापसी के कयास तेज हो गए हैं। इन कयासों को तब और बल मिल गया। जब डिंपल यादव की जीत के बाद अपर्णा यादव ने ट्वीट करके डिंपल यादव को बधाई दी। अपर्णा यादव ने लिखा डिंपल भाभी को जीत की बहुत-बहुत बधाई। इस ट्वीट के बाद अपर्णा यादव जमकर ट्रोल भी हो गईं। ट्रोलर्स ने कहा कि क्या बीजेपी में अब दाल नहीं गल रही है। इसलिए दोबारा समाजवादी पार्टी में वापस लौटने की फिराक में हो। कुछ लोगों ने गुजारिश किया कि वापस पार्टी में आ जाओ।
वहीं कुछ लोगों लिखा कि सब मिलकर बीजेपी का मुकाबला करो। तो कुछ ने नाराज होकर यहां तक कह दिया कि यादव चोला उतार दो। लेकिन इन सबसे अलग शिवपाल और अखिलेश ने मिलकर पुराने समाजवादियों की घर वापसी का एक बड़ा प्लान तैयार किया है। अखिलेश यादव से नाराज तमाम वरिष्ठ समाजवादी नेताओं को शिवपाल यादव अब फिर से पार्टी में वापस लाएंगे। बल्कि पार्टी में उनकी सक्रियता को भी बनाएंगे। लेकिन शिवपाल इससे पहले चाहते हैं कि पूरा परिवार एकजुट हो जाए। परिवार का कोई भी सदस्य समाजवादी पार्टी के खिलाफ ना खड़ा हो यही वजह है कि अब अपर्णा को वापस लाने की कवायद शुरू हो गई है।
जानकार मानते हैं कि अपर्णा यादव खुद बीजेपी का दामन थाम कर गलती कर बैठी है। क्यों कि जो उम्मीद अपर्णा ने लगाई थी कि उन्हें टिकट मिलेगा चुनाव लड़ेंगीं तो ना तो बीजेपी ने अब तक उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दी ना ही उन्हें कोई टिकट ही दिया है। ऐसे में अपर्णा यादव का भविष्य अधर में लटकता नजर आ रहा है। यही वजह है कि अब अपना खुद अंदर खाने सपा के खेमे में जाना चाहती हैं। लेकिन अखिलेश और प्रतीक के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे हैं। लेकिन इन सब अड़चनों से अलग डिंपल यादव फिर से परिवार को एकजुट करने की कोशिशों में जुटी हैं।
चाचा शिवपाल के साथ ही डिंपल भी चाहती है कि अपर्णा की घर वापसी हो जाए। यही वजह है कि जल्द ही कोई बड़ा ऐलान देखने को मिल सकता है। अपर्णा यादव भी घर वापसी कर सकती हैं। लोकसभा 2024 के चुनाव से पहले अखिलेश अब कोई गलती नहीं करना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि पूरा परिवार एकजुट हो और शिवपाल यादव इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि मुलायम सिंह के जाने के बाद शिवपाल यादव परिवार के सबसे अहम मुखिया हैं। शिवपाल और अपर्णा के रिश्ते हमेशा से अच्छे रहें हैं। ऐसे में शिवपाल यादव के अखिलेश के साथ आ जाने से अपर्णा की वापसी की राह आसान हो गई है।