मुंबई। प्रतर्तन निदेशायल (ईडी) के अफसर लगातार एक्शन में हैं। पहले जहां बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्री को पीएमएलए के तहत अरेस्ट किया तो वहीं देररात शिवसेना के सांसद संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को राउत का मेडिकल कराने के बाद ईडी उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी और हिरासत में लिए जाने की मांग करेगी। 60 साल की शिवेसना के नेता पर ईडी ने पात्रा चॉल घोटाले के मामले में कार्रवाई की है। उनके भाई सुनील राउत ने आरोप लगाया है कि यह गिरफ्तारी गलत तरीके से हुई है। जबकि विपक्षी दलों ने भी केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला
पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरुआत 2007 से हुई थी। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) की मिली भगत से यह घोटाला होने का आरोप है। 2007 में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया। यह कंस्ट्रक्शन गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना थौ म्हाडा की 47 एकड़ जमीन में कुल 672 घर बने हैं। रीडिवेलपमेंट के बाद गुरु आशीष कंपनी को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर देने थे। म्हाडा के लिए फ्लैट्स बनाने के बाद बची हुई जमीन को प्राइवेट डिवलपर्स को बेचना था। 14 साल के बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए। आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने फ्लैट बनाने की बजाए 47 एकड़ जमीन को आठ अलग-अलग बिल्डरों को बेच दी,इससे कंपनी ने 1034 करोड़ रुपये कमाए। मार्च 2018 में म्हाडा ने गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
रविवार को ईडी राउत के घर पर दाखिल हुई
ईडी के अधिकारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के साथ रविवार को भांडुप स्थित संजय राउत के घर पहुंचे। उन्होंने यहां छापेमारी शुरू कर दी। टीम ने वहां करीब 9 घंटे तक छापेमारी की। इस दौरान शिवसेना के समर्थकों को संजय राउत के घर पर छापेमारी की खबर लगी तो उन्होंने घर के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। मामला बढ़ता देख ईडी ने पुलिस को मौके पर बुलाया। ईडी राउत को लेकर अपने दफ्तर पहुंची। ईडी ऑफिस में शाम साढ़े 5 बजे संजय राउत से पूछताछ शुरू हुई। 6 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ करने के बाद रात करीब 12 बजे ईडी ने संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को ईडी राउत को कोर्ट में पेश कर उन्हें हिरासत में लिए जाने की मांग करेगी।
घर से 11.50 लाख रूपये सीज किए
रिपोर्ट्स की मानें तो संजय राउत की घर से 11.50 लाख रूपये सीज किए गए हैं। उनके पास इसका हिसाब नहीं था। इसी के चलते ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी को लेकर उनके भाई सुनील राऊत का कहना है कि, सुबह करीब सात बजे 20-22 अधिकारी तलाशी वारंट लेकर संजय राउत के आवास पर पहुंचे। लेकिन उन्हें पात्रा चॉल मामले से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं मिला। मेरे भाई को केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी परेशान कर रही है। हमें कोर्ट पर विश्वास है और वह वहां से बेदाग होकर बाहर आएंगे। वह निडर शिवसैनिक है और डरने वाले नहीं हैं।
गिरफ्तारी से पहले क्या बोले राउत
संजय राउत ने सारे आरोपों को झूठा करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी घोटाले में शामिल नहीं हूं। ईडी ने गलत सूचना के आधार पर कार्रवाई की है। दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की सौगंध खाता हूं कि मेरा किसी घोटाले से कोई संबंध नहीं है। मैं मर जाऊंगा, लेकिन न सरेंडर करूंगा, न ही शिवसेना छोडूंगा. झुकूंगा नहीं। गिरफ्तारी से पहले संजय राउत अपनी घर की खिड़की के पास आए। वहां आकर उन्होंने बाहर हाथ हिलाया। वह दिखाने चाह रहे थे कि वह घबरा नहीं रहें। ईडी दफ्तर निकलने से पहले संजय राउत की मां ने उनकी आरती उतारी। उन्होंने मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और अपनी गाड़ी से निकले।