कानपुर। राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना को लेकर मुस्लिम संगठनों के अलावा धर्मगुरू खासे नाराज हैं और अपना विरोध दर्ज कराया है। इस संघन्य घटना को निंदनीय करार देते हुए सभी संगठनों ने आरोपियों को सख्त सजा देने की बात कही है। इनमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, देवबंदी उलेमा और दारुल उलूम फरंगी महली शामिल हैं। जमीअत उलमा हिंद यूपी के प्रदेश अध्यक्ष ओसामा कासमी ने कहा कि इस्लाम में एक बेकसूर का कत्ल मतलब पूरी इंसानियत का कत्ल माना जाता है। दोनों दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हमारी मांग है कि सरकार आरोपियों का केस फास्ट कोर्ट में चलाकर फांसी की सजा दिलवाए।
वह मुसलमान नहीं हो सकते
जमीअत उलमा हिंद यूपी के प्रदेश अध्यक्ष ओसामा कासमी ने कहा कि उदयपुर की घटना की वह निंदा करते हैं और सरकार से अपील करते हैं कि हमारे मुल्क को तालिबान न बनने दें, लिहाज़ा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरीके से एक व्यक्ति का सिर कलम किया गया है, धर्म के नाम पर किसी की जान लेना या अपनी जान देना इस्लाम में सख्ती से मना किया गया है। मजहब यह कहता है कि जिसने एक इंसान की जान बचाई, उसने पूरी इंसानियत की जान बचाई। वहीं, जिसने एक इंसान की जान ली, उसने पूरी इंसानियत की जान ली। जिन्होंने ऐसा कृत्य किया है, वह मुसलमान नहीं हो सकते।
ऐसी अमानवीय हरकत करने का हौसला न बने
सूफी खानवाह एसोशिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौसर मजीदी ने भी कहा कि राजस्थान के उदयपुर में जिस वहशियाना वारदात को अंजाम दिया गया है, उसकी वह सख्त रूप से अलफाज़-ए-मज़म्मत करते हैं। हमारे मुल्क का एक संविधान है, कई कानून हैं। अगर किसी बात पर व्यक्ति को ऐतराज दर्ज करना है, तो कानून के तहत उसे अधिकार मिले हुए हैं और अपनी बात ऊपर तक पहुंचाने के जरिए भी बनाए गए हैं। इसलिए कानून को अपने हाथ में लेने का हक किसी को नहीं है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि आने वाले समय में किसी के अंदर ऐसी अमानवीय हरकत करने का हौसला न बने।
बीजेपी सांसद ने घटना की निंदा
कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने भी उदयपुर की घटना की निंदा करते हुए कहा कि, ऐसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। पूरे केस की जांच एनआईए कर रही है। इनके साथ जो भी अन्य आरोपी होंगे वह भी पकड़े जाएंगे और कोर्ट के जरिए उन्हें सजा सरकार दिलवाएगी। हिन्दुस्तान संविधान से चलता है और इंसनियत के दुश्मनों की यहां पर कोई जगह नहीं हैं। हम उम्मीद करते हैं कि, एनआईए जांच के बाद कोर्ट में जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर दोनों को फांसी के फंदे तक पहुंचाएगी।
राजू श्रीवास्तव ने भी सख्त कार्रवाई की मांग
कॉमेडियन और राज्य फिल्म विकास परिषद के चेयरमैन राजू श्रीवास्तव ने भी सरकार से सख़्त क़ानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि उदयपुर की वारदात केवल एक वारदात नहीं, बल्कि एक आतंकवादी कृत्य है। एक साधारण इंसान की हिम्मत नहीं होगी ऐसा जघन्य अपराध करने की। इसको लेकर सारे भारतवासी दुखी भी हैं और गुस्से में भी हैं। राजू श्रीवास्तव की सरकार से अपील के कि दोषियों को ऐसी सज़ा मिले कि उनकी सात पुश्तें याद रखें। उन्होंने कहा कि मेरे भारत में आतंकवादियों की कोई जगह नहीं है।
संत-माहत्माओं में आक्रोश
वहीं, उदयपुर की घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कानपुर के साधु-संतों ने बयान जारी किया है। धर्मगुरु पंडित रामजी तिवारी ने उदयपुर घटना की कड़ी निंदा करते हुए बताया कि षड्यंत्र के तहत एक हिंदू की हत्या हो रही है। षड्यंत्र की तरह घटिया राजनीति की गई है। यह एक चिंता का विषय है। राजस्थान सरकार से निवेदन है कि सरकार कड़ी कार्रवाई करे। हिंदुओं की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सारे संत महात्माओं में और धर्मगुरुओं में इस घटना के चलते आक्रोश है।
यूपी के हर जिले में हाई अलर्ट
आपको बता दें कि उदयपुर की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिलों के कप्तानों को विशेष सतर्कता रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कानपुर सीपी ने सख्त चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर न कोई आपत्तिजनक पोस्ट करें, न ही लाइक, कमेंट और शेयर करें. इसके अलावा, साइबर सेल की भी सोशल मीडिया पर कड़ी नजर है।