नोए़डा। उत्तर प्रदेश में कुत्तों का आतंक जारी है। ताजा मामला नोएडा में सामने आया है। यहां सेक्टर-100 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में टावर-30 के पास आठ माह के बच्चे पर तीन आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। कुत्तों के हमले से बच्चे का पेट फट गया और उसकी आंत बाहर निकल आई। स्थानीय लोगों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। जिससे सोसाइटी के लोग गुस्से से आगबबूला हो गया। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से आवारा कुत्तों पर लगाम गलाए जाने की मांग की है।
सड़क निर्माण कार्य में मजदूरी कर रही सपना देवी अपने आठ माह के बेटे अरविंद को लेकर सोसायटी में गई थी। काम करने के दौरान उन्होंने बच्चें को पास में छोड़ दिया। इसी बीच शाम करीब साढ़े चार बजे लोगों को बच्चें के रोने की आवाज सुनाई दी । मौके पर लोगों ने पहुंचकर देखा तो दंग रह गए। आवारा कुत्ते बच्चे को बुरी तरह से काट रहे थे। इस मौके पर लोगों ने कुत्तों को खदेड़ा। सोसायटी के एओए उपाध्यक्ष धर्मवीर यादव समेत अन्य लोग बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
आवरा कुत्तों ने आठ माह के बच्चे के ऊपर हमला कर पेट को छलनी कर दिया। कुत्तों के हमले से बच्चे की आंत तक बाहर आ गई थी। बच्चे के पेट में पच्चीस जगह पर कुत्तों के हमले से छेद हो गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक, बच्चे का ऑपरेशन किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। अधिक खून बह जाने से बच्चे की मौत हो गई। वहीं सोसाइटी के लोगों का कहना है कि, यहां आवारा कुत्तों की संख्या सात है। लोग कुत्तों के आक्रामक रवैये से आहत हैं।
उत्तर प्रदेश युवा व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष विकास जैन ने कहा कि हम सभी को मिलकर स्ट्रीट डॉग को सोसाइटी से बाहर करना चाहिए और डॉग लवर के घर सारे स्ट्रीट डॉग इकट्ठा कर भेज देना चाहिए। जिसका बच्चा जाता है उस मां-बाप को पता चलता है कि उन्होंने कैसे उसका लालन पोषण किया था, कैसे उसको जन्म दिया था। सिर्फ अपनी सस्ती राजनीति चमकाने के लिए ये लोग डॉग लवर का दिखावा करते हैं और कुछ नहीं है। शेम ऑन यू
गौरतलब है कि सोमवार सुबह ही सोसाइटी के सेंट्रल पार्क में योग करती महिला को कुत्ते ने काटा था। लोगों का कहना है कि ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कई बार बैठक हो चुकी है और लावारिस कुत्तों को लेकर हंगामा भी हो चुका है।निवासियों का आरोप है कि कुत्ते सीढ़ियों से कई फ्लोर तक आ जा जाते हैं।
एओए उपाध्यक्ष धर्म वीर यादव ने बताया कि सोसाइटी के लोग कुत्ते से परेशान हैं। कई बार सोसाइटी की तरफ से इस समस्या को ठीक करने का प्रयास किया गया लेकिन समाधान नहीं हो पाया। सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि कुछ दिन पहले यहां मौजूद कुत्तों को स्टरलाइज किया गया था जिसके बाद वापस ही लाकर छोड़ दिया गया। इससे समस्या और बढ़ गई। घटना के बाद लोगों ने पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई और मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर बच्चे का हाल जाना।