लखनऊ। उत्तर प्रदेश का कुख्यात बदमाश आदित्य राणा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। सुपारी किलर को पुलिस लखनऊ जेल से पेशर के लिए बिजनौर लेकर गई थी। एक छाबे पर तीन पुलिसकर्मी खाना खाने के लिए रुके थे। बताया जा रहा है कि आदित्य शौचालय गया और दीवार फांद कर भाग निकला। आदित्य राणा की फरारी पर बिजनौर में पुलिस अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह चेकिंग की जा रही है। एसओजी के अलावा छह टीमें शातिर अपराधियों को दबोचने के लिए लगातार ऑपरेशन चला रही हैं। बदमाश पर एक लाख रूपए का इनाम था। एनकाउंटर के डर से उसने कोर्ट में खुद को सरेंडर किया था। राणा, पहले भी पुलिस कस्टडी से भाग चुका है। वहीं तीन पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
बिजनौर के स्योहारा निवासी आदित्य राणा लखनऊ जेल में बंद था। मंगलवार को लखनऊ पुलिस लाइंस के दारोगा दीपक, सिपाही रिंकू व अजय उसे पेशी पर बिजनौर के न्यायालय ले गए। वापसी में रात करीब एक बजे सभी हरदोई मोड़ पर रेड चिली ढाबा पर खाना खा रहे थे। तभी आदित्य लघुशंका जाने की बात कहकर शौचालय में चला गया। जहां से वह दीवार फांदकर फरार हो गया।जब वह कुछ देर लौटा नहीं तो पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। फरार होने के बाद तीनों पुलिसकर्मियों पर अभियोग पंजीकृत कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आदित्य की भी तलाश की जा रही है।
आदित्य राणा पर गांव के ही दो भाइयों की हत्या समेत मर्डर के तीन केस दर्ज है। पहला मुकद मा साल 2013 में हत्या का दर्ज हुआ था। आदित्य राणा पर कुल 41 मुकदमे दर्ज हैं। वह फिलहाल लखनऊ जेल में बंद था। आदित्य की फरारी के बाद बिजनौर पुलिस सतर्क हो गई है। एसओजी सर्विलांस समेत शहर पुलिस की टीमों को लगाया गया है। एसपी दिनेश सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट किया है। वहीं लखनऊ पुलिस भी बदमाश को दबोचने के लिए लगातार दबिश दे रही है। पुलिस ने बदमाश के करीबियों को भी उठाया हे। पुलिस उनके साथ पूछताछ कर रही है।
पश्चिमी यूपी में ताबड़तोड़ एनकाउंटर से बिजनौर का मोस्ट वांटेड अपराधी आदित्य राणा इतना घबरा गया कि उसने चुपके से कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। राणा पिछले साल मुरादाबाद पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था। उसे जिंदा या मुर्दा पकड़ने को यूपी पुलिस की ओर से एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था। आदित्य राणा की तलाश में पुलिस के साथ एटीएफ भी जुटी हुई थी। आदित्य गैंग बनाकर वारदातें कर रहा था। पूरे बिजनौर जिले में आदित्य की दहशत थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि आदित्य पैसे लेकर लोगों की हत्या करता था। उसने बिजनौर में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया था।