दिनांक- 7 जून 2022 का पंचांग
सौजन्य- आचार्य दीपान्त कुमार शर्मा
संवत:-2079(नल-संवत्सर), शाका:-1944.
रवि:-उत्तरायण/उत्तरगोल.
ऋतु:-ग्रीष्मऋतु। मास:-जेष्ठ !!
पक्ष:-शुक्लपक्ष!!
तिथि:-सप्तमी/अष्टमी !!
वार:-मंगलवार !!
नक्षत्र:-पूर्वाफाल्गुनी !!
योग:-वज्र !!
करण:-वणिज/विष्टि !!
दिशाशूल:-उत्तरदिशा !!
पंचक-विचार:-पंचक आजकल नहीं हैं !!
गंडमूल-विचार:-गंडमूल आजकल नहीं हैं !!
राहुकाल:-अपरान्ह 3:00 से 4:30 तक (स्थूल) !!
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मंगल-बीजमंत्र:-ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:।
🌕भूमिपुत्रो महातेजा जगतोभयकृत्सदा। 🌕
🌕वृष्टिकृद्-वृष्टिहर्ता च पीड़ां दहतु मे कुज:।। 🌕
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🛕……..||आजका-विचार ||……..🛕
मेरी तो आदत थी रिश्तों में, “दूध-शक्कर” की तरह घुल मिल जाने की पर पता ही नहीं चला कि कब ज़माना तो “शुगर फ़्री” हो गया है !!
जल्दी जागना हमेशा फायदेमंद होता है, फिर चाहे वह अपनी नींद से हो, अहम से हो, वहम से हो या फिर सोये हुए जमीर हो !!
संसार का सबसे बड़ा धनवान वही व्यक्ति है जिसके पास अच्छी सोच, मधुर व्यवहार और सुन्दर विचार हैं !!
जिंदगी में कुछ दोस्ती नादानों से भी जरूर रखना क्योंकि जरूरत पड़ने पर समझदार लोग अक्सर व्यस्त मिलते हैं !!
ईश्वर, इमादारी और इंसान यह शब्द कितने मिलते हैं लेकिन आज एक दसरे से इनका कोई खास लेना देना ही नहीं है !!
जो अपने दिल में है उससे कहने की हिम्मत रखो और जो दूसरों के दिल में है उसे समझने की समझ रखो !!
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जिंदगी में एक दूसरे के “जैसा” होना जरूरी नहीं होता ! एक दूसरे के लिए “होना” जरूरी होता है !!
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आचार्य दीपान्त कुमार शर्मा
कर्मकांड एवं फ़लित ज्योतिषाचार्य
जय श्री माँ बगलामुखी जी
(दतिया)
संपर्क सूत्र-9761027940