पीलीभीत। प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के चाहे जितने लाख दावे करे, लेकिन जमीन पर हालात पहले की तरह बरकरार हैं। फतेहपुर में एक सप्ताह के अंदर चार लड़कियों के अपहरण के बाद पीलीभीत में सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां दो दरिंदों ने किशोरी के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद डीजल छिड़कर आग लगा दी। किशोरी बुरी तरह से सुलझ गई। परिवारवाले उसे लेकर पहले पूरनपुर के सरकारी अस्पताल पहुंचे। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर्स ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रविवार दोपहर को पीड़िता की हालत बिगड़ने पर यहां से पीड़िता को लखनऊ केजीएमसी रेफर कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
माधोटांडा के एक गांव की किशोरी से गांव के ही दो युवकों ने दुष्कर्म किया और इसके बाद डीजल डालकर आग लगा दी। घटना के दौरान किशोरी के पिता खेत पर गए थे, जबकि मां मायके गईं थी। बकौल पिता जब वह खेत से लौटकर घर पहुंचे तो किशोरी झुलसी हुई पड़ी थी। बेहोश होने के कारण वह कुछ बोल नहीं पात रही थी। परिजन पहले उसे पूरनपुर के सरकारी अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रविवार दोपहर को पीड़िता की हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ केजीएमसी रेफर कर दिया गया। पीड़िता की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
किशोरी के परिवारवालों की तहरीर पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि, रात में ही घटना की एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ जेल भेज दिया गया है। पीड़िता के परिवारवालों का कहना है कि, दोनों आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं। वह अक्सर बेटी के साथ छेड़छाड़ किया करते थे। पीड़िता के परिवारवालों का आरोप है कि, दोनों की शिकायत स्थानीय पुलिस से की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते उन्होंने बेटी के साथ दुष्कर्म करने के अलावा उसे जिंदा फूंका दिया।
आईजी पहुंचे पीड़िता के घर, एसपी से मांगी रिपोर्ट
पीलीभीत में दुष्कर्म कर किशोरी को आग लगाने के मामले में रविवार को आईजी रमित शर्मा किशोरी के घर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। इसके बाद आईजी माधोटांडा थाने पहुंचकर एफआईआर देखी। इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रताप सिंह से पूछताछ की। इसके बाद आईजी ने पुलिस कार्यालय जाकर एसपी दिनेश कुमार से भी इस घटना के संबंध में जानकारी ली साथ ही पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी। समय से पीड़िता के बयान क्यों दर्ज नहीं हो पाए इसमें किस की लापरवाही रही, इसको लेकर भी जांच रिपोर्ट मांगी है।