कानपुर: यूपी के कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। विवादित प्लाट में बनी झोपड़ी में आगजनी के मामले में पुलिस ने सपा विधायक और उनके भाई रिजवान के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने मात्र 33 दिनों में विवेचना कर दोनों भाईयों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। वहीं इस मामले में अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद पूरक चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस फर्जी आधार कार्ड मामले में इरफान सोलंकी से जेल में जाकर पूछताछ कर सकती है।
जाजमऊ थाना क्षेत्र स्थित डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली बेबी नाज का प्लाट है। यह प्लाट बेबी नाज के पिता का था। पिता के निधन के बाद इस प्लाट पर बेबी नाज अपना कब्जा बता रही हैं। बेबी का परिवार प्लाट में ट्टर और छप्पर डालकर रहता है। बेबी मूलरूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। बेबी नाज ने आरोप लगाया था कि सपा विधायक और उनके भाई प्लाट पर कब्जा करना चाहते थे। बीते 7 नवंबर (सोमवार) को परिवार के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। इसी बीच विधायक और उनके भाई ने झोपड़ी में आग लगा दी। पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 327, 427, 386, 504, 436, 506 और 120 के तहत मुकदमा किया था।
फोरेंसिक रिपोर्ट को बनाया आधार
पुलिस ने चार्जशीट में चार स्वतंत्र गवाहों के नाम शामिल किए है। गवाहों में नजीर फातिमा के बेटे के साथ तीन अन्य गवाह शामिल हैं। गवाहों ने पुलिस के सामने बयान दर्ज कराए हैं, जिसमें उन्होने कहा था कि विधायक और उनके भाई ने अपने सहयोगियों की मदद से झोपड़ी में आग लगाई थी। पुलिस ने फोरेंसिक रिपोर्ट को भी आधार बनाया है। जिसमें पेट्रोल डाल कर आग लगाने के बात सामने आई थी।
जेल करेगी पूछताछ
पुलिस कोर्ट से अनुमति लेकर विधायक से जेल में पूछताछ करने की तैयारी बना रही है। फर्जी आधार कार्ड मामले में पुलिस अली को नहीं ढूंढ पाई है। अली ने आधार कार्ड में विधायक की फोटो स्कैन कर लगाई थी। पुलिस ने सपा नेत्री के मौसा इरशरत के घर से फर्जी आधार कार्ड बरामद कर लिया है। लेकिन आधार कार्ड बनाने वाले अली को तक नहीं पहुंच पाई है। जानकारी के मुताबिक अली को सिर्फ विधायक इरफान सोलंकी ही जानते थे। इस लिए पुलिस इरफान सोलंकी से पूछताछ करेगी।