मऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने जनपद के माफिया मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसते हुए उसे सलाखों के पीछे पहुंचाने के साथ उसके गुर्गों पर कार्रवाई करने के अलावा गैंग की कमर तोड़कर रख दी है। पर मुख्तार का बेटा अब्बास अंसारी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। पिछले 45 दिन से पुलिस की 12 से ज्यादा टीमें 135 ठिकानों पर छापा मार चुकी हैं, लेकिन मऊ सदर सीट से विधायक अब्बास अंसारी हाथ नहीं लगा। सूत्रों की माने तो अब्बास ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर कर दी है। पुलिस के लिए बृहस्पतिवार तक की मोहलत है। इसके बाद पुलिस कोर्ट में फिर से अर्जी डालेगी।
25 अगस्त तक विधायक को करना था गिरफ्तार
बांदा जेल में बंद माफिया व पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में पुलिस का लगातार ऑपरेशन जारी है। बुधवार को पुलिस की टीमों ने अब्बास अंसारी के कई ठिकानों में छापेमारी की। पर विधायक पुलिस के हत्थे नहीं लगा। इसके पहले अब्बास को भगोड़ा घोषित करने के लिए पुलिस ने 11 अगस्त को कोर्ट में अर्जी दी थी। इसे कोर्ट ने खारिज करते हुए 25 अगस्त तक गिरफ्तार करने का समय दिया था। इसके बाद 12 अगस्त से पुलिस ने लखनऊ में ताबड़तोड़ छापे मारने शुरू किए। मेट्रो सिटी स्थित विधायक के फ्लैट, चचेरे विधायक भाई मन्नू अंसारी के फ्लैट और दारुलशफा स्थित सरकारी आवास पर छापा मारा था, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। बताया जा रहा है कि पुलिस की एक टीम कानपुर भी आई थी।
अब्बास अंसारी पर इन धराओं में दर्ज हैं मुकदमे
महानगर थाने में 2019 में विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग का मुकदमा दर्ज किया गया था। पेशी से गायब रहने पर कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी किया था। पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए सात टीमें बनाई थीं। गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, पर विधायक हाथ नहीं लगा। अब्बास अंसारी पर अब कुल सात मुकदमे दर्ज हैं। अपराध संख्या 431/ 19, 419,420,467,468, 471, 30 आर्म एक्ट, लखनऊ महानगर, अपराध संख्या 236/ 20, 120 बी, 420, 467,468,471, लोकसंपति निवारण अधिनियम हजरतगंज, लखनऊ, मुकदमा अपराध संख्या 689/20, 120 बी, 420, 323, 356, 467, 468,471,474,417 आईपीसी गाजीपुर, अपराध संख्या 27/22, 171 जी, 188 आईपीसी, 133 लोकप्रतिनिधि अधिनियम दक्षिणटोला, मऊ, अपराध संख्या 95/22, 188, 171 च आईपीसी शहर कोतवाली मऊ, अपराध संख्या 97/ 22, 506, 171 एफ, 153 एवन, 186, 189, 120 बी आईपीसी शहर कोतवाली मऊ, अपराध संख्या 106/ 22, 171 एच, 188, 341, आईपीसी, शहर कोतवाली मऊ प्रमुख हैं।
मऊ से चुना गया था विधायक
मुख्तार अंसारी की परंपरागत सीट मऊ सदर से सपा गठबंधन की सहयोगी सुभासपा ने अब्बास अंसारी चुनाव के मैदान में उतरा था। अब्बास ने बीजेपी उम्मीदवार को हराकर 2022 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। विधानसभा चुनाव के वक्त अब्बास ने अखिलेश यादव का नाम लेकर कहा था कि भैया से बात हो गई है। सपा की सरकार बनने पर यहां के अधिकारियों का छह महीने तक ट्रांसफर नहीं होगा। पहले सभी का हिसाब-किताब होगा। अब्बास का बयान तेजी से वायरल हुआ तो उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। चुनाव आयोग ने भी अब्बास के बयान को गंभीर माना और उनके प्रचार करने पर रोक लगा दी थी।
कई राज्यों में पुलिस ने डारा ढेरा
डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी के मुताबिक, पुलिस टीमें मऊ, वाराणसी, गाजीपुर, पंजाब और दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। कई जगह दबिश भी दी है। इसके अलावा राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद, उत्तराखंड, पंजाब व छत्तीसगढ़ में भी अब्बास की तलाश की जा रही है। बृहस्पतिवार तक का समय कोर्ट से मिला है। इसके बाद भगोड़ा घोषित करने की अर्जी कोर्ट में डाली जाएगी। कानूनी औपचारिकता पूरी होते ही संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। बावजूद यदि विधायक गिरफ्तार नहीं होता तो उस पर इनाम भी घोषित किया जाएगा। डीसीपी के मुताबिक, पुलिस के अलावा एसटीएफ को भी अब्बास की गिरफ्तारी के लिए लगाया जाएगा। साथ ही सर्विलांस के जरिए भी उसकी लोकेशन को ट्रे किया जा रहा है।