लखीमपुर खीरी। जनपद में बुधवार को निघासन गांव में छह खूंखार दरिंदों ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों ने दो नाबालिग किशोरियों को घर से अगवा कर ले गए। भेड़िया की तरह उनके मासूम शरीर को नोचा। इसके बाद रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी। दोनों के शवों को पेड़ पर लटका कर फरार हो गए। हैवानों की क्रूरता की दास्तां ेस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई है। पुलिस ने देरशाम दोनों का अंतिम संस्कार करा दिया। डीएम ने परिजन को उनकी तीन मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले के सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
निघासन गांव निवासी किसान अपनी पत्नी और दो नाबालिग बेटियों के साथ रहता है। किसान का घर गन्ना के खेतों से जुड़ा हुआ है। किसान के घर बस्ती दूर है। आरोप है कि, पड़ोस के छह युवक बाइक पर आए। मवेशियों का चारा काट रही दो किशोरियों को बाइक पर जबरन बैठाकर भाग खड़े हुए। किशोरियों की मां ने शोर मचाया तो स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। वारदात के 50 मिनट के बाद दोनों बहनों के शव एक पेड़ पर लटकते मिले। सूचना पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते 15 घंटे के अंदर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान जुनैद, सोहैल, आरिफ, हफीज, करीमुद्दीन व छोटू के रूप में हुई है। इनमें से एक आरोपित जुनैद को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गैंगरेप के हत्या की पुष्टि
जिन दो सगी बहनों के शव संदिग्ध हालात में खैर के पेड़ से लटकते मिले थे, उनकी रस्सी से गला कस कर हत्या की गई थी। उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया था। इसकी पुष्टि गुरुवार को उनके शवों के पोस्टमार्टम के बाद हुई है। जिला मुख्यालय पर डॉक्टर राजेंद्र, डॉक्टर ओवैस अहमद और डॉक्टर अर्चना के पैनल ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम किए। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। दुष्कर्म के बाद सगी बहनों की हत्या के मामले में दिनभर चली उठापठक के बाद देर शाम भारी सुरक्षा बल के बीच शवों का अंतमि संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर आलाधिकारियों ने मृतक किशोरियों को हर संभव मदद के साथ आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया।
इस मामले में हमें जल्दी इंसाफ चाहिए
लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म तथा हत्या के मामले में पीड़ित पक्ष की सभी दोषियों को फांसी पर लटकाने की मांग है। पीड़िता के पिता ने कहा कि इस मामले में हमें जल्दी इंसाफ चाहिए। इंसाफ होना चाहिए। पिता ने रूंधे गले से अपना दर्द भरा पक्ष रखा है। मृतका के पिता ने कहा है कि मैं चाहता हूं कि इंसाफ होना चाहिए। उनको (आरोपियों को) फांसी होनी चाहिए। वही लखीमपुर खीरी के निघासन में दो बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म तथा हत्या के मामले का एससी/एसटी आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, डीजीपी, जिलाधिकारी लखीमपुर खीरी तथा एसपी लखीमपुर से रिपोर्ट मांगी है।
आने वाली पीढिय़ों की आत्मा भी कांप उठेगी
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखीमपुर कांड मामले में कहा कि अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या में जुनैद, सोहेल, हाफिजुल, करीमुद्दीन और आरिफ शामिल थे। पहले लड़कियों की गला दबाकर हत्या की गई और फिर उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। सरकार ऐसा कदम उठाएगी कि उनकी आने वाली पीढिय़ों की आत्मा भी कांप उठेगी। इस परिवार को न्याय दिया जाएगा; फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। सभी अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मैं विपक्ष से उम्मीद करता हूं, चाहे अखिलेश यादव हों, प्रियंका गांधी हों या मायावती हों, वे मामला का राजनीतिकरण करने के बजाय परिवार को सांत्वना दें। यूपी में कानून का राज कायम है।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार मौके पर पहुंचें
दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद सख्त हो गई है। इसमें शामिल छह आरोपितों को पुलिस ने गुरुवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार मौके पर पहुंचें। वह अपनी रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ को देंगे। वहीं पुलिस का दावा है कि इस पूरी वारदात को कुल छह लोगों ने मिलकर अंजाम दिया और अपनी पहचान सार्वजनिक होने के डर से दोनों बहनों की हत्या कर दी। एसपी संजीव सुमन ने गुरुवार को एक औपचारिक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।