नई दिल्ली: दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में हुई दर्दनाक घटना में युवती के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से जुड़ी जानकारी सामने आई है। सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस के मुताबिक युवती के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई। डॉक्टरो के पैनल ने पुलिस को अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं सौंपी है, डॉक्टरों ने पुलिस को मौखिक रूप से जानकारी दी है। युवती के पूरे शरीर में चोटों के निशान मिले हैं। इसके साथ ही पुलिस ने मृतका की सहेली के 164 के बयान दर्ज कराएं हैं। जिसमें युवती ने बताया है कि 31 दिसंबर की रात दोनों ने शराब पी थी। स्कूटी ड्राइव करते समय हादसा हुआ था, इस घटना की डर की वजह से घर चली गई थी।
लड़की के प्राइवेट पार्ट पर कोई चोट के निशान नहीं हैं। डॉक्टर आज पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपेंगे। जींस और स्वाब सुरक्षित रखे गए। कल मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में पोस्टमार्टम हुआ था। मेडिकल बोर्ड के जरिए युवती का पोस्टमार्टम किया गया था। पीड़िता ने शराब पी रखी थी या नहीं इसके लिए विसरा सुरक्षित रखा गया है।
स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हादसे में युवती के साथ एक और युवती थी। पुलिस ने उसे तलाश लिया है। 164 के तहत युवती का बयान दर्ज किया है। वह पुलिस का सहयोग कर रही है। युवती मामले की चश्मदीद है। पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है। अभी शुरुआती स्टेज पर जांच चल रही है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा गृह मंत्रालय पहुंचे। उन्होंने गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात की। कंझावाला मामले में कल गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। आधे घंटे की मुलाकात के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने कहा कि गृह सचिव से इस मामले में मुलाकात हुई। शालिनी सिंह मामले की जांच कर रही हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस आयुक्त की किसी और मुद्दे पर चर्चा में बातचीत हुई है।
क्या था घटनाक्रम
बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर की रात नशे में धुत कार सवार पांच युवकों ने स्कूटी में टक्कर मार दी थी। इस हादसे में युवती कार में फंस गई थी, कार सवार युवक युवती को लगभग 10 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए थे। जिसमें युवती के शरीर की खाल उधड़ गई थी। शरीर की हड्डियां चकनाचूर हो गईं थीं, उसके तन पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था। कार सवार युवकों जब अहसास हुआ कि युवती कार में फंसी है, तो उसे निकाल कर सड़क में फेंक कर फरार हो गए थे। हैरान करने वाली बात यह कि न्यू के जश्न को लेकर दिल्ली पुलिस और अलाधिकारी सड़कों पर थे। लेकिन किसी पुलिसकर्मी की नजर उस कार और युवती पर नहीं पड़ी। यह घटना पुलिस की पोल खोल खोल रही है।