लखनऊ। योगी सरकार के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद गुरुवार को विधान परिषद में फूट-फूटकर रोने लगे। करसवल कांड को याद करके संजय निषाद ने कहा कि, 7 जून 2015 को यूपी में सपा की सरकार थी। “तब मेरे कार्यकर्ताओं पर गोली चलाई गई। जिसमें मेरे भाई की हत्या हो गई और मुझे 302 का बंदी बनाकर बेवजह जेल में रखा गया। हमें उस वक्त काफी प्रताड़ित किया गया। मैं कैसे यहां जिंदा खड़ा हूं केवल मैं जानता हूं।
मंत्री डॉक्टर सजंय निषाद विधान परिषद पर समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर बरसे और अपना दर्द जाहिर करते हुए रोने लगे। उन्होंने खुद पर फर्जी मुकदमा लगाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोगों को देश में राजनीतिक करने का कोई हक नहीं है। डॉक्टर निषाद ने कहा कि मुझे बेजहव जेल में रखा गया। तब सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरी सुध ली और हमारी जातियों के विकास के लिए सुध ली।” सपा सरकार को निशाने पर लेते हुए संजय निषाद ने कहा कि ऐसे लोगों को न तो देश में रहने का अधिकार है और न ही प्रदेश की राजनीति में।
संजय निषाद ने सपा को घेरते हुए कहा कि, उन्होंने, हमें सबसे बड़ा अपराधी घोषित किया। 2015 में फर्जी 302 का मुकदमा लगाया। कोर्ट ने मान लिया है कि गोली पुलिस की चली है। मैं चाहता हूं कि इसमें जांच हो। मेरा साथ मेरे सारे लोगों के मुकदमे वापस हो जाएं। मैं धन्यवाद दूंगा योगी जी को कि मेरी जान को बचाया है।
बता दें, सरकारी नौकरी में निषादों को पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर संजय निषाद की पार्टी संतकबीरनगर जिले की सीमा पर कसरवल में आंदोलन कर रही थी। हजारों लोग रेलवे ट्रैक पर जमा था। इनकी अगुआई संजय निषाद कर रहे थे। दूसरी तरफ पुलिस और आरपीएफ की तैनाती थी। तभी भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू हो गया। इस दौरान कई राउंड गोली चली। इसमें एक युवक की मौत हो गई तो दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए।