प्रयागराज। जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने पुलिस और अर्धसैनिक बल पर पथराव किया और पीएसी के वाहन को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज का दंगाईयों को खदेड़ा। पुलिस ने 36 नामजद और 1000 अज्ञात पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर 67 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। एडीजी प्रेम प्रकाश के मुताबिक, कुछ संगठनों ने पूरी तैयारी के साथ इस घटना को अंजाम दिया है। दंगाई बच्चों को आगे कर पत्थरबाजी करने के साथ गुरिल्ला वार की तरह हमला कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला
न्ूपुर शर्मा के बयान को लेकर देश के कई शहरों में जूमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई। जिसकी आंच संगम नगरी प्रयागराज के अलावा यूपी के कई अन्य जनपदों में देखने को मिली। प्रयागराज में उपद्रवियों ने जमकर नारेबाजी की। बच्चों और महिलाओं को आगे कर सड़क पर उतर आए और पुलिस व अर्धसनिक बल पर पत्थरबाजी करने लगे। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो दंगाईयों की तरफ से फायरिंग की गई। एडीजी प्रेम प्रकाश के वाहन को घेर लिया और पथराव कर दिया। जिससे उनका गनर घायल हो गया। डीएम और एसएसपी को भी चोंट लगी।
हिंसा में इनका हाथ
एडीजी के मुताबिक, प्रयागराज में हुई पत्थरबाजी हिंसा और बवाल के पीछे वामपंथी संगठनों, पीएफआई, आईसा और सीएए व एनआरसी आंदोलन को सपोर्ट कर रहे लोगों का हाथ है. एडीजी के मुताबिक करीब 3 घंटे के संघर्ष के बाद स्थिति पर पूरी तरह से काबू कर लिया गया। उनके मुताबिक गलियों से निकलकर पुलिस के जवानों पर गोरिल्ला वार किया जा रहा था। इस मॉड्यूल में बच्चों को आगे करके पत्थरबाजी कराई जा रही थी, जिसके चलते पुलिस ने बड़े ही संयम से काम लिया और सिर्फ बड़े लोगों को ही डंडा फटकार कर भगाने का काम किया गया।
रासुका के साथ चलेगा बुलडोजर
एडीजी प्रेम प्रकाश के मुताबिक प्रयागराज में हुए बवाल और हिंसा में जिन लोगों को चिह्नित किया गया है उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आरोपितों को गिरफ्तार किया जा रहा है। सभी पर गैंगस्टर और रासुका के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही इनकी अवैध प्रार्पटी पर बुलडोजर भी चलाया जाएगा। एडीजी ने कहा कि, एक भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। जिन-जिन घरों से पत्थर आए, उनकी शिनाख्त करवाई जा रही है। एडीजी ने कहा हिंसा का साजिश के अघिकतर चेहरे सामने आ चुके हैं।
इन्हें किया गया चिन्हित
डीजी के मुताबिक इस सुनियोजित हिंसा और बवाल के पीछे सोशल एक्टिविस्ट सारा अहमद, एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष शाह आलम, वामपंथी नेता डॉ. आशीष मित्तल, अटाला बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अली अहमद समेत कई लोगों को चिह्नित किया गया है, जिन्होंने हिंसा को भड़काने का काम किया है। एडीजी ने साफ तौर पर कहा है कि बवाल और हिंसा करने के साथ ही अराजकता फैलाने वालों के लिए समाज में कोई जगह नहीं है। ऐसे लोगों से पुलिस सख्ती से निबटेगी।
तैनात रहेगी फोर्स
एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने कहा है कि प्रयागराज के अटाला इलाके में हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां पर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। यह पुलिस फोर्स अगले कुछ दिनों तक तैनात रहेगी। पुलिस के आलाधिकारी हिंसरग्रस्त इलाकों में दौराकर वहां के लोगों से बातचीत कर शांति का प्रयास कर रहे हैं। एडीजी ने कहा कि, कोई भी निर्दोष जेल नहीं भेजा जाएगा। साथ ही दोषी कितनी भी बड़ी पहुंच क्यों न रखता हो उसे हर हाल में गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।