प्रयागराज । जुमे की नमाज के बाद संगम की नगरी प्रयागराज में हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने पुलिसबल पर पथराव, बम के साथ फायरिंग और आगजनी की। जोन में एडीजी की पोस्ट पर तैनात आईपीएस प्रेम प्रकाश लाव-लश्कर के साथ एके-47 रायफल लेकर सीधे दंगाईयों से भिड़ गए। तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर पुलिस ने काबू पाया। पुलिस ने खुल्दाबाद थाना में 29 गंभीर धाराओं में 70 नामजद और 5000 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अब तक 70 आरोपितों को. गिरफ्तार किया जा चुका है।
हथियार लेकर सड़क पर उतरे एडीजी
जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज के खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के अटाला इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो नाराज लोगों ने झड़प की। जिसके बाद पुलिस ने सख्ती बरतते हुए कुछ लोगों को खदेड़ दिया, लेकिन गली में घुसे लोगों ने पथराव जारी रखा। आरएफ के जवानों ने स्थिति को संभाला। तभी एडीजी की कार के शीशे को भी तोड़ दिया गया और उनके गनर को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। हंगामे के बीच हाथों में हथियार लेकर एडीजी प्रेम प्रकाश सड़क पर उतर आए और उन्होंने खुद मोर्चा संभाल लिया।
पुलिस पर भारी पड़ रहे उपद्रवी
बताया जा रहा है कि उपद्रवी रुक-रुककर पत्थरबाजी कर थे। उपद्रवी पुलिस फोर्स पर भारी पड़ रहे हैं, जिसकी वजह से पुलिस फोर्स को पीछे हटना पड़ा है। उपद्रवियों ने आगजनी की। पीएसी के वाहन को फूंक दिया। कई दुकानों पर लूटपाट भी की। उपद्रवी, बच्चों को आगे कर पुलिस पर हमला कर गलियों में छिप जाते। इस दौरान पीएसी के अलावा पुलिस के कई जवान घायल हुए हैं। एडीजी प्रेम प्रकाश, डीएम और एसएसपी की कड़ी मशक्कत के बाद दंगाईयों पर काबू पाया जा सका।
पुलिस के जवानों पर गोरिल्ला वार
एडीजी के मुताबिक, प्रयागराज में हुई पत्थरबाजी हिंसा और बवाल के पीछे वामपंथी संगठनों, पीएफआई, आइसा और सीएए व एनआरसी आंदोलन को सपोर्ट कर रहे लोगों का हाथ है। उनके मुताबिक गलियों से निकलकर पुलिस के जवानों पर गोरिल्ला वार किया जा रहा था। इस मॉड्यूल में बच्चों को आगे करके पत्थरबाजी कराई जा रही थी, जिसके चलते पुलिस ने बड़े ही संयम से काम लिया और सिर्फ बड़े लोगों को ही डंडा फटकार कर भगाने का काम किया गया।
जावेद उर्फ जावेद पंप गिरफ्तार
एडीजी ने बताया कि मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप हिंसा फैलाने का मुख्य आरोपी है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि जावेद के मोबाइल फोन में 10 जून को भारत बंद से जुड़ी और लोगों भड़काने वाली सामग्री मिली है। बताया कि मोहम्मद जावेद की एक बेटी जेएनयू में पढ़ती है, जो जावेद को राय देने का काम करती है अगर वह भी इस मामले में दोषी पाई गई तो दिल्ली पुलिस से संपर्क कर अपनी टीमें वहां भेजकर उसे हिरासत में लिया जाएगा।
इनके खिलाफ भी एफआईआर
एडीजी के मुताबिक इस सुनियोजित हिंसा और बवाल के पीछे, अटाला के बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अली अहमद, शाह आलम, जिलाध्यक्ष, एआईएमआईएम, जीशान रहमानी, एआईएमआईएम नेता, उमर खालिद, मुस्लिम एक्टिविस्ट, सारा अहमद, आइसा कार्यकर्ता, डॉक्टर आशीष मित्तल, वामपंथी नेता, मोईनुद्दीन, स्थानीय पार्षद अली अहमद, समाजवादी पार्टी के कुछ स्थानीय पदाधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
हालात सामान्य
बता दें कि बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रयागराज सहित यूपी के कई जिलों में शुक्रवार की नमाज के बाद विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने इस संबंध में अब राज्य भर में कुल 260 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं प्रयागराज में शनिवार को हालात सामान्य दिख रहे हैं। हालांकि यहां एहतियाती तौर पर सुरक्षा व्यवस्था में सख्त रखी गई है। एडीजी ने कहा कि जल्द ही आरोपियों की अवैध प्रार्पर्टी पर बुलडोजर चलेगा।