चंडीगढ़। सात दिनों तक चले लंबे टकराव में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग क्षेत्र में आतंकवादियों और भारतीय सेना के बीच जमकर झड़प हुई। इस भीषण मुठभेड़ के परिणामस्वरूप कई बहादुर सैनिकों का बलिदान हुआ। इन बहादुर आत्माओं में पंजाब के पटियाला के मूल निवासी प्रदीप सिंह भी थे, जिनके पार्थिव शरीर को उनके शोक संतप्त परिवार के पास भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस बड़े नुकसान पर गहरा दुख जताते हुए कहा, ”अनंतनाग आतंकी हमले में एक जवान की शहादत की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। समाना विधानसभा क्षेत्र के वीर सपूत प्रदीप सिंह पिछले कुछ दिनों से लापता थे। मैं उनके साहस और समर्पण को तहे दिल से सलाम करता हूं।”
मान ने आगे कहा, “जब कोई सैनिक देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देता है, तो मेरा दिल उसके परिवार के साथ जुड़ जाता है। पंजाब सरकार इस कठिन समय में परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी।”
अधिकारियों ने खुलासा किया कि प्रदीप सिंह कोकेरनाग ऑपरेशन का हिस्सा थे और सोमवार शाम करीब 5 बजे मृत पाए गए। भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस अनंतनाग के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस ऑपरेशन के दौरान प्रदीप सिंह लापता हो गये।
वीर सैनिक को श्रद्धांजलि
एक गंभीर समारोह में प्रदीप सिंह के पार्थिव शरीर को चिनार कोर मुख्यालय में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रद्धांजलि दी। चिनार कोर मुख्यालय परिसर में आयोजित स्मरण समारोह के दौरान शहीद सैनिक के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
पूरा राष्ट्र शोक मना रहा है
पूरा देश प्रदीप सिंह और कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी बहादुर सैनिकों के निधन पर शोक मना रहा है। देश की रक्षा में उनके अटूट समर्पण और वीरता को सदैव याद रखा जाएगा। चूंकि अनंतनाग में तलाशी अभियान जारी है, राष्ट्र आतंकवाद से लड़ने और अपनी सीमाओं की रक्षा करने के अपने संकल्प पर दृढ़ है।
एक हीरो की विरासत
प्रदीप सिंह का बलिदान देश की सुरक्षा और इसकी अखंडता को बनाए रखने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए अपार बलिदानों की एक मार्मिक याद है। उनका नाम इतिहास के पन्नों में एक ऐसे नायक के रूप में हमेशा अंकित रहेगा जिसने मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
शोक संतप्त परिवार के लिए सहायता
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने इस कठिन समय में प्रदीप सिंह के परिवार को अपना अटूट समर्थन देने का वादा किया है। हमारे सैनिकों द्वारा किया गया बलिदान हर भारतीय के दिल में गहराई से गूंजता है और राष्ट्र उनकी स्मृति का सम्मान करने के लिए एकजुट है।