नई दिल्लीः कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का चुटकीला अंदाज देखने को मिला। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो में बहुत से लोग शामिल होना चाहते हैं। यात्रा में शामिल होने से किसी को नहीं रोकेंगे। राहुल ने नाम लेते हुए कहा कि अखिलेश और मायावती ये सब मोहब्बत का हिंदूस्तान चाहते हैं। कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते वक्त राहुल का अलग अंदाज देखने को मिला। राहुल यहीं नहीं रुके उन्होने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस के लोगों को अपना गुरू मानता हूं। बीजेपी और आरएसएस के लोग जितना हमला करते हैं, हमें सुधार करने का मौका मिलता है।
राहुल गांधी की हाफ टी-शर्ट पर इन दिनों खूब चर्चा चल रही है। टी-शर्ट के सवाल पर राहुल खुद अचरज में दिखे। उन्होने कहा कि मुझे ठंड से डर नहीं लगता है, जब ठंड लगेगी तो मैं स्वेटर पहन लूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे बात समझ नहीं आ रही है कि टी-शर्ट पर इतना डिस्टरबेंस क्यों। आप क्या चाहते हैं कि मैं स्वेटर पहन लूं। राहुल ने कहा कि यात्रा के बाद मैं एक वीडियो बनाउंगा कि ठंड में टी-शर्ट में कैसे चला जाता है।
मोहब्बत का हिंदूस्तान चाहते हैं
राहुल ने पत्रकार वार्ता के दौरान विपक्षी एकता की बात की। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े है, और यह हमें मालूम हैं। भारत जोड़ो के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो भी भारत को जोड़ना चाहता है। हम किसी को नहीं रोकेंगे। मायावती जी और अखिलेश जी हिंदुस्तान में मोहब्बत चाहते हैं, नफरत नहीं।’ राहुल ने आगे कहा कि अगर विपक्ष एक विजन के साथ मजबूती से खड़ा हो तो जमीन से मैं जो कुछ भी सुन रहा हूं। बीजेपी के लिए चुनाव जीतना खासा मुश्किल हो जाएगा। लेकिन विपक्ष को ठीक से समन्वय बिठाना होगा और एक वैकल्पिक विजन लेकर लोगों के बीच जाना पड़ेगा।
पुरा प्रदेश गुस्से में है
राहुल गांधी ने कहा कि अगले साल होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत पक्की है। उन्होंने कहा कि मैं आपको एक बात लिखकर देता हूं कि कांग्रेस मध्य प्रदेश के चुनावों को जीतेगी। भाजपा वहां दिखाई नहीं देगी। मध्य प्रदेश में तूफान आया हुआ है। वहां हर कोई जानता है कि भाजपा ने वहां पैसा देकर सरकार बनाई है। पूरा प्रदेश गुस्से में है।
प्रोटोकॉल अलग-अलग क्यों
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में सुरक्षा प्रोटोकॉल फॉलो न होने पर पिछले दिनों केंद्र ने चिट्ठी लिखी थी। इसके जवाब में राहुल ने कहा कि जब उनके वरिष्ठ नेता बुलेटप्रूफ गाड़ी से बाहर आते हैं तो कोई चिट्ठी नहीं जाती। उनके नेताओं ने रोड शो किए। खुली जीप में गए जो प्रोटोकॉल के खिलाफ है। उनके लिए प्रोटोकॉल अलग, मेरे लिए अलग। सीआरपीएफ जानती है कि मेरे लिए क्या करना चाहिए क्या नहीं।