लखनऊ। मशहूर डांसर सपना चौधरी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती हैं। अपने डांस स्टेप से देशभर में तहलका मचाने वाली सपना के खिलाफ लखनऊ की एक अदालत ने एक डांस कार्यक्रम रद्द करने और टिकट धारकों को पैसे नहीं लौटाने के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख 30 सितंबर तय की है।
पहले जेल जाने से बच गईं थीं सपना
आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब सपना के खिलाफ वारंट जारी हुआ है। नवंबर 2021 में भी इसी अदालत द्वारा मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था जिसके बाद सपना चौधरी ने अदालत में हाजिर होकर अपनी जमानत करा ली थी।
सुनवाई में नहीं हुईं हासिल
उन्हें सुनवाई के लिए कोर्ट में हाजिर होना था लेकिन चौधरी अदालत में हाजिर नही हुईं और न ही उनकी ओर से कोई अर्जी दी गई। इस पर अदालत ने कडा रुख अपनाते हुए सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया।
क्या था पूरा मामला
डांस कार्यक्रम 13 अक्टूबर 2018 को स्मृति उपवन में दोपहर 3.00 बजे से रात 10.00 बजे तक निर्धारित किया गया था और टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन 300 रुपये की दर से बेचे गए थे। सपना के डांस को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग टिकट खरीदे थे। लेकिन सपना रात के 10 बजे तक डांस करने नहीं आई थीं। सपना चौधरी के कार्यक्रम में नहीं आने और उनके पैसे भी वापस नहीं किए जाने पर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हजारों लोगों ने हंगामा किया था। इसके बाद आशियाना थाना की चौकी किला के उप निरीक्षक फिरोज खान ने 13 अक्तूबर 2018 को सपना चौधरी, रत्नाकर उपाध्याय, अमित पांडे, पहल इंस्टीट्यूट के इबाद अली, नवीन शर्मा एवं जुनैद अहमद के खिलाफ रिपोर्ट कराई थी। मामले में विवेचना के बाद जुनैद अहमद, इबाद अली, अमित पांडे व रत्नाकर त्रिपाठी के खिलाफ 20 जनवरी 2019 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी, जबकि सपना के खिलाफ 1 मार्च 2019 को आरोप पत्र दाखिल किया गया। इस पर अदालत ने 26 जुलाई 2019 को संज्ञान लिया था।