पाली। राजस्थान के पाली जनपद में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक महिला टीचर के घर पर हर रोज रात को एसडीएम आते थे। पूरी रात रंगरेलियां मनाने के बाद सुबह निकल जाया करते थे। जिसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने दोनों को रंगेहाथ पकड़ने का प्लान बनाया। देररात ‘एसडीएम साहब’ चुपके से लेडी टीचर के घर में दाखिल हुए। पहले से पहरेदारी कर रहे ग्रामीणों ने तत्काल बाहर से दरवाजे की कुंडी लगा दी। 15 घंटे कमरे के कैद रहने के बाद पुलिस एसडीएम को लेकर चली गई। इसबीच पूरे मामले की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। जिसके बाद राजस्थान शासन ने एसडीएम को आचरण का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। वहीं शिक्षिका पर इस मामले को कार्रवाई करते हुए उसे भी निलंबित कर दिया गया है।
बाहर से बंद कर दिया दरवाजा
पाली जनपद के मरीवाड़ जंक्शन में एक महिला टीचर अकेली रहती है। महिला टीचर घर एसडीएम अजय अमरावत अक्सर आते थे। एसडीएम की कार रात को महिला के घर पर रूकती और वह महिला टीचर के घर के अंदर चले जाया करते थे। पूरी रात दोनों साथ में रहते। सुबह एसडीएम महिला टीचर के घर से चले जाते। ग्रामीणों को इसकी जानकारी हई तो उन्होंने दोनों को रंगेहाथ पकड़ने का प्लान बनाया। एक दिन देर रात को जैसे ही एसडीएम महिला टीचर के घर में घुसे गांव वालों ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। ग्रामीण महिला टीचर के घर के बाहर निगरानी के लिए बैठ गए। इस दौरान ग्रामीणों ने एसडीएम की गाड़ी के चारो पहियों की हवा भी निकाल दी थी।
घर के बाहर डटे रहे ग्रामीण
सुबह हुई तो महिला टीचर ने गांववालों को दरवाजा खोलने के लिए धमकाया और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की बात कही। इसके बाद गांववालों ने दरवाजा खोल दिया। दरवाजा कोलने के बाद टीचर ने गांववालों के आरोप पर कहा कि घर में कोई नहीं है और वो इस बात की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाएगी। ये कहकर टीचर स्कूल के लिए चली गई और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। महिला के स्कूल चले जाने के बाद भी गांववाले उसके घर के बाहर डटे रहे। जिसके चलते एसडीएम बाहर नहीं आ सके।
पुलिस के जरिए भागने में रहे सफल
इस वजह से घर में बंद एसडीएम को लगभग 15 घंटे तक बाहर निकलने का इंतजार करना पड़ा। दोपहर के बाद जोजापुर थाने से पुलिस के सिपाही बिना वर्दी के वहां पहुंचे और एसडीएम को अपने साथ लेकर गई। हालांकि एसडीएम ने निकलते समय अपना मुंह छुपा रखा था। उन्होंने चेहरे पर रुमाल बांध रखी थी। गांववालों ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो बना लिया था और उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई
इस वीडियो के वायरल होने के बाद महिला टीचर को शिक्षा विभाग के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने एक आदेश जारी कर उसे एपीओ कर दिया। वहीं एसडीएम पर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद इस पर मारवाड़ जक्शन के पूर्व एमएलए ने जिला प्रशासन के नाम एसडीएम को हटाए जाने की अपील की। इसके बाद एसडीएम मारवाड़ जंक्शन महिला टीचर के साथ अवैध संबंधों की वजह से आचरण का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया।