इटावा। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया। मंगलवार की शाम नेता जी के पार्थिक शव का उनके पैतृक गांव सैफई में अंतिम संस्कार किया गया। बुधवार की सुबह भतीजे अखिलेश के साथ शिवपाल सिंह यादव अस्थियां चुनने के लिए गए और फिर परिवारवालों के साथ शुद्धि संस्कार में शामिल हुए। इस मौके पर प्रसपा प्रमुख ने कहा कि, कि वह बड़े भाई नेताजी के निधन के बाद से बेहद दुखी है। उन्होंने जो भी काम किया है वह नेताजी से हमेशा पूछकर ही किया है, उनके आदेश को सर्वोपरि जीवन भर माना। इतना कहते ही वह बड़े भाई को यादकर फफक पड़े।
शिवपाल यादव अपने भतीजे व समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ बुधवार की सुबह अंत्युष्टि स्थल पर पहुंचे। नेता जी की अस्थियों के चुनने के बाद परिवार के कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर शिवपाल यादव, अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को याद कर रो पड़े। उन्होंने कहा कि, नेता जी से हमने समाजसेवा सीखी। उनके बनाए और बताए रास्ते पर चले। आज नेता जी इस दुनिया को छोड़कर चले गए हैं। उनके बताए रास्ते पर हम आगे चलेंगे और गरीब, दलित, पिछड़ों के लिए आवाज उठाते रहेंगे।
अखिलेश के साथ को लेकर सवाल पर शिवपाल ने कहा कि अभी कुछ भी नहीं कह सकते हैं। अभी यह वक्त नहीं है ऐसे सवालों के जवाब देने का, जब समय आएगा तब इनका जवाब भी दिया जाएगा। समाजवादी पार्टी के संरक्षक की भूमिका को लेकर के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी दी जाएगी वो पूरी की जाएगी। शिवपाल सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने दलितों, पिछड़ों एवं गरीबों की लड़ाई लड़ी थी। इन लोगों ने उन्हें ऊंचाई पर पहुंचाया था।
शिवपाल ने आगे कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी उसे वे निभाएंगे। जो लोग उनके साथ जुड़े हुए हैं, जिन्हें सम्मान नहीं मिल रहा है उन सबकी राय के बाद दल के लोगों से बातचीत के बाद आगे फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा दल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का है उनकी भी राय ली जाएगी। सभी की बातें सुनकर ही आगे कोई फैसला होगा। अभी ऐसा समय नहीं है। मैनपुरी लोकसभा की सीट के चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर भी फैसला बाद में किया जाएगा।