इटावा: समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह नेताजी मुलायम सिंह यादव के समाधी स्थल पर पहुंचे। शिवपाल ने नेताजी को नम आंखों से श्रद्धांजलि देकर पुष्प अर्पित किए। शिवपाल ने नेताजी को नमन कर नए साल की शुरुआत की है। सपा सरंक्षक मुलायम सिंह के निधन के बाद उनकी समाधी पर अक्सर शिवपाल को देखा जाता है। शिवपाल किसी भी काम की शुरुआत करने से पहले नेताजी के समाधी स्थल पर जरूर जाते हैं।
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में डिंपल को ऐतिहासिक जीत मिली थी। डिंपल की जीत का श्रेय शिवपाल यादव को जाता है, शिवपाल की जसवंत नगर सीट से ऐतिहासित बढ़त बनाई थी। शिवपाल के शिष्य रहे रघुराज शाक्य को बीजेपी ने डिंपल के खिलाफ उतारा था। रघुराज शाक्य को हराने का खाखा शिवपाल ने खींचा था। डिंपल की जीत के बाद शिवपाल सबसे पहले नेताजी की समाधी स्थल पर पहुंचे थे।
नेताजी के निधन के बाद चाचा-भतीजे के बीच का विवाद खत्म हो गया। अखिलेश ने मैनपुरी सीट जिताने की जिम्मेदारी शिवपाल को सौंपी थी। मैनपुरी की ऐतिहासिक जीत के बाद शिवपाल ने प्रसपा का सपा में विलय कर दिया था। सपा ने शामिल होने के बाद प्रदेश में शिवपाल सिंह यादव का कद बढ़ गया है। पिछले कुछ में देखा गया है कि शिवपाल के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है। शनिवार को कानपुर पहुंचे शिवपाल ने कहा था कि प्रदेश सरकार के खिलाफ सपा नए साल में सड़क पर सत्याग्रह करेगी।
बुलडोजर से विपक्ष को डरा रही सरकार
शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा था कि भाजपा बुलडोजर दिखाकर विपक्ष को डराना चाहती है। निर्दोषों के मकानों में बुलडोजर चलाना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। सपा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को झूठे मुक़दमों में फंसाने कि साजिश रची जा रही है। सपा बुलडोजर के खिलाफ लड़ेगी, नए साल में सड़कों पर सत्याग्रह होगा। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश अधिकारीयों के हवाले कर दिया गया है। अखिलेश यादव नेताजी की राह पर चल रहे हैं, जिसका फायदा आने वाले समय में मिलेगा