देश के सबसे चर्चित श्रद्धा मर्डर केस में एक और चौकाने वाला खुलासा हुआ है। श्रद्धा की लाश के 35 टुकड़े करने वाला आफताब पूनेवाला दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। सूत्रों के मुताबिक आफताब पूनेवाला अपने परिवार के किसी भी सदस्य से जेल में मिलना नहीं चाहता है। आफताब परिवार के सदस्यों से फोन पर भी बात नहीं करना चाहता है। इसके साथ ही वो अपने बैरक में बंद किसी भी साथी से बात नहीं करता है। उसके इस स्वभाव को देखकर जेल प्रशासन भी हैरान है। आफताब ने जेल परिवार के सदस्यों से मिलने से इन्कार कर दिया है। इसके साथ ही उसके परिवार का कोई भी सदस्य उससे जेल में मिलने के लिए नहीं आया है।
दिल्ली के महरौल में आफताब ने अपनी लिव इन रिलेसलनशिप में रहने वाली श्रद्धा वॉल्कर की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद श्रद्धा के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रख दिए थे। आफताब पूनावाला रोजान रात में शव का एक टुकड़ा आसपास के जंगल में फेंक देता था। आफताब बीते 26 नंबर से तिहाड़ जेल में बंद है। आफताब ने अभी तक जेल प्रशासन को परिवार या दोस्तों के नाम जमा नहीं किए हैं, जो जेल में उससे मिल सकते थे। जेल मैनुअल के मुताबिक हर कैदी को जेल के इंटरव्यू रूम में हफ्ते में दो बार अपने परिवार के सदस्यों या दोस्तों से मिलने की इजाजत होती है।
आफताब के सेल में दो कैदी
लिव इन पार्टनर श्रद्धा वॉलकर हत्याकांड में आफताब पूनावाला मुख्य आरोपी है। जेल अधिकारियों ने कहा कि पूनावाला किसी से मतलब नहीं रखता है। आफताब ने अभी तक जेल अधीक्षक को किसी का नाम नहीं सौंपा है। आफताब को दो कैदियों के साथ एक सेल में रखा गया है। उसके साथी कैदी जिस पर चोरी का आरोप है। यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि वह खुद को नुकसान न पहुंचाए या किसी अन्य कैदी द्वारा उसपर हमला न किया जाए।
सिर्फ अपने वकील से करता है बात
आफताब अपने साथी कैदियों से भी बात नहीं करता है। वह अपने सेल में अधिकतर समय पढ़ने में बिताता है। जेल अधीक्षक ने आफताब को मुलाक़ात और फोन इस्तेमाल के नियमों के बारे में जानकारी दी थी। लेकिन उसने किसी से मिलने या बात करने से इनकार कर दिया था। जेल अधिकारी पूनावाला के व्यवहार से हैरान हैं। क्योंकि वह अपने परिवार से फोन पर भी बात नहीं करता है। अधिकारियों के मुताबिक वह केवल अपने वकील से बात करता है। पूनावाला ने जेल अधिकारियों से केवल उसे अंग्रेजी किताबें या उपन्यास मुहैया कराने का अनुरोध किया है।