मुम्बई। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने एक साथ क्रिकेट की शुरूआत की थी। लेफ्ट हैंड बल्लेबाज कामली ने मुम्बई की तरफ से खेलते हुए सचिन से ज्यादा एक पारी में रन बनाए। भारतीय टीम में आने के बाद कांबलीकी कमाई करोड़ों में थी। मीडिया रिपोर्ट्स को मानें तो विनोद कांबली की आमदनी से सचिन से काफी आगे थी। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। टीम इंडिया का ये धाकड़ बल्लेबाज इनदिनों पाई-पाई के लिए मोहताज है। रिपोर्ट की मानें तो विनोद कांबली की प्रतिदिन की कमाई महज 1000 हजार रुपये है। जिससे उनका जीवन-यापन मुश्किल होता जा रहा है। ये पैसे उन्हें बीसीसीआई की तरफ से बतौर पेंशन के तौर पर मिलती है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सचिन तेंदुलकर भी गरीबी के वक्त अपने सबसे करीबी दोस्त से दूरी बना ली है।
कभी लाखों में भी आमदनी
क्रिकेट की पिच पर बॉलरों के छक्के छुटाने वाले विनोद कांबली कभी लाखों में कमाते थे, लेकिन आज पाई-पाई को मोहताज हो गए और काम की तलाश कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो विनोद कांबली को जो पेंशन बीसीसीआई की तरफ से मिलती है, उसी से घर-गृहस्थी चला रहे हैं। वह निजी कार के बजाए कैब में सफर करते हैं। इतना ही नहीं, बाजार के अलावा अन्य इलाकों में जाने के लिए उन्होंने साइकिल भी खरीदी हुई है।
गुरु रमाकांत आचरेकर कर चुके हैं तारीफ
18 जनवरी 1972 को मुंबई में जन्मे विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर के गुरु रमाकांत आचरेकर ने भी मास्टर ब्लास्टर से ज्यादा टैलेंटेड कांबली को ही माना था। कांपली धाकड़ बल्लेबाज थे। लेकिन किस्मत का खेल देखें, आज वह एक-एक पैसे के लिए मोहताज हैं। जबकि सचिन आसमान की बुलंदियों पर पहुंच गए हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो विनोद कांबली की नेट वर्थ 1 से 1.5 मिलियन डॉलर के बीच है। 2022 की शुरुआत में आए डाटा के अनुसार, उनकी सालाना आय सिर्फ 4 लाख रुपये ही रह गई है। हालांकि, उनके पास मुंबई में खुद का घर है। साथ ही उनके पास रेंज रोवर कार है।
केरोना महामारी के चलते हालत खराब हुई
विनोद कांबली ने क्रिकेट से दूर होने के बाद भी कुछ समय तक उनके पास कमाई के कई साधन मौजूद रहे। जैसे उन्होंने क्रिकेट मैचों में कमेंट्री की, विज्ञापनों में काम किया। फिल्मों में एक्टिंग करते हुए भी कमाई की। कोरोना महामरी के बाद से उनकी हालत लगातार खस्ता होती गई।. कमाई का जरिया बंद हो जाने के चलते अब उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सचिन को उनके हालातों के बारे में सब पता है
कांबली ने मीडिया को बताया है कि उनके पूर्व साथी और दोस्त सचिन तेंदुलकर को भी उनके हालात के बारे में पता है, लेकिन वह उनसे कोई उम्मीद नहीं लगा रहे हैं क्योंकि सचिन ने उनकी काफी मदद की है। उन्होंने बताया है कि फिलहाल कई माह से सचिन से उनकी बातचीत नहीं हुई। न ही उन्होंने मुझे फोन किया। विनोद कांमली ने बताया है कि, आमदनी के सारे रास्ते बंद हो जाने के बाद जिंदगी कठिन हो गई है। लेकिन उम्मीद करता हूं कि फिर से दिन बहुंरेंगे।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से मांगा काम
विनोद कांबली ने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मैं सुबह 4 बजे उठता था, डीवाई पाटिल स्टेडियम तक कैब से जाता था। उसके बाद शाम को बीकेसी ग्राउंड में सिखा था, जो काफी मुश्किल काम था। विनोद कांबली ने बताया कि मैं सिर्फ बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हूं। मैं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के पास भी काम के लिए गया था। मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे कोई काम मिल पाएगा।
2000 में आखिरी वनडे मैच खेला
टीम इंडिया में शामिल रहते हुए विनोद कांबली ने भारत के लिए कुल 104 वनडे मैच, जबकि 17 टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 3,561 रन बनाए हैं, इनमें चार शतक टेस्ट में और दो शतक वनडे में शामिल हैं। विनोद कांबली ने भारत के लिए 1991 में वनडे डेब्यू किया था, जबकि साल 2000 में उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच खेला था।