PLA: अमेरिका (America) ने चीनी जासूसी चीनी गुब्बारे (spy chinese balloons) को मार गिराया था। उसके मलबे से अमेरिका को चीन की करतूतों की पुख्ता जानकारी मिली है। अमेरिका ने चीन को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब किया है। पहली बार अमेरिका के गुब्बारे का राज खोलने का काम किया है। चीन का जासूसी गुब्बारा कम्युनिकेशन सिग्नल्स को इकट्ठा का काम करता था। जिसका कंट्रोल पीएलए के हाथों में था। चीन ऐसे गुब्बारे 40 देशों में छोड़े थे। अमेरिका ने फाइटर जेट की मदद से गुब्बारे को मार गिराया था। जिसका मलबा अटलांटिक महासागर में अमेरिकी नेवी को मिला था।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि हम जानते हैं पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) ने इन निगरानी गुब्बारों को पांच महाद्वीपों के 40 से अधिक देशों में फैलाया है। बाइडेन प्रशासन उन 40 देशों सीधा संपर्क कर जानकारी जुटा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां अक्सर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के निर्देश पर की जाती हैं। इस गतिविधि का पूरा कंट्रोल पीएलए के हाथों में है।
चीनी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई
अमेरिका चीन की व्यापक निगरानी गतिविधियों को उजागर करना जारी रखेगा, जो उसकी सुरक्षा और उसके सहयोगियों के लिए खतरा पैदा करते हैं। गुब्बारे को मार गिराने के बाद अमेरिका की तैयारी पीएलए से जुड़ी चीनी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की है। जिन्होंने जासूसी गुब्बारे की घुसपैठ में मदद की है।
अमेरिकी संप्रभुता का उल्लंघन
एक प्रेस ब्रीफिंग में नेड प्राइस ने कहा कि हम हमेशा अपने हितों की रक्षा करने जा रहे हैं। हम पीएलए से जुड़ी चीनी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की संभावना तलाश रहे हैं। जिन्होंने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में गुब्बारे को घुसने में सहायता की है। चीन ने अमेरिकी संप्रभुता का उल्लंघन करके गैर-जिम्मेदाराना काम किया। चीन की गैरजिम्मेदाराना हरकतें अमेरिका और दुनिया को दिखाई दे रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन
चीन ने स्वीकार किया है कि गुब्बारा उसका था लेकिन इस बात से इंकार किया कि यह निगरानी कर रहा था। चीन का कहना है कि यह मौसम अनुसंधान के लिए था और यह अपने रास्ते से भटक गया था। बीजिंग ने आरोप लगाया है कि अमेरिका ने उसके गुब्बारे को मार गिराकर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है।