अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। बीजेपी, कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी 2022 का किला फतह करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है। पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया के नए-नए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। जहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ अपशब्द भाषा का इस्तेमाल कर अपनी सियासी जमीन चमकाने का प्रयास कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं कौन हैं गोपाल इटालिया और कैसे कांस्टेबल की नौकरी छोड़ आप में ज्वाइन हुए। अस्तित्व न्यूज ने आपको गोपाल इटालिया के जिंदगी से जुड़े हर किस्से से रूबरू कराने जा रहा है।
गुजरात के बोटाद में हुआ था जन्म
गोपाल इटालिया का जन्म गुजरात के बोटाद में 21 जुलाई 1989 करे हुअर था। गोपाल इटालिया ले गुजरात विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। गोपाल इटालिया का चयन गुजरात पुलिस में बतौर कांस्टेबल के पद पर हुआ था। 2013 में उन्होंने पुलिस से रिजाइन कर दिया। इसके बाद इटालिया ने 2014 में अहमदाबाद कलक्ट्रेट में राजस्व क्लर्क के रूप में काम किया। इस दौरान गोपाल इटालिया को सरकारी नौकरी से बाहर कर दिया गया। नौकरी से बेदखल होने के बाद इटालिया ने बेरोजगार युवाओं के अधिकारों के साथ-साथ नागरिकों के अधिकारों के लिए भी अभियान चलाया। समाजसेवी संगठनों से जुड़े और अपनी राजनीतिक पारी को आगे बढ़ाने के अभियान में जुट गए।
हार्दिक के करीबी रहे हैं गोपाल
गोपाल इटालिया, समाजसेवी के रूप में कार्य कर रहे थे, तभी 2015 के पाटीदार आरंक्षण आंदोलन में भाग लिया। गोपाल इटालिया की मुलाकात हार्दिक पटेल से हुई और दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई। गोपाल इटालिया ने नागरिकों की कानूनी समस्याओं को हल करने के लिए कई गांवों का दौरा किया और उन्हें भारतीय संविधान और कानून से अवगत कराया। उन्होंने शराब पर सख्त प्रतिबंध को लेकर उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल को फोन किया। जिसकी एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई। एक मिनट लंबी क्लिप ने राज्य सरकार के लिए भारी शर्मिंदगी पैदा कर दी, क्योंकि उन्होंने एक कांस्टेबल होने का दावा किया। आरोप लगाया कि वरिष्ठ अधिकारी निचले कैडर के अधिकारियों को निषेध कानूनों को लागू करने से रोक रहे हैं। बाद में उन पर आईपीसी की धारा 120 के तहत कार्रवाई की गई थी।
गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा पर जूता फेंका था
2017 में गोपाल इटालिया ने इस दौरान उन्होंने गुजरात के तत्कालीन गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा पर जूता फेंका था। इसके बाद वे सबसे ज्यादा सुर्खियों में आए। इटालिया सरकारी ड्यूटी में मुश्किल समय और सरकारी नीतियों की वजह से गुस्से में थे और इसी के चलते जूता फेंका। 2019 में गोपाल इटालिया को आर्म्स एक्ट के तहत खेत में प्लास्टिक बंदूक चलाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। जून 2020 में गोपाल इटालिया ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत आम आदमी पार्टी गुजरात के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में की। 12 दिसंबर 2020 को पार्टी ने इटालिया को का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। तब से वह प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे हैं।
निजी जीवन में इटालिया को लेखन का शौक
गोपाल इटालिया गुजरात में आम आदमी पार्टी के प्रमुख चेहरे हैं। उनके अलावा पत्रकारिता से राजनीति में आए इसुदान गढ़वी दूसरी बड़े चेहरे हैं। इटालिया केजरीवाल के गुजरात दौरों में प्रमुख तौर उनके साथ रहते हैं। निजी जीवन में इटालिया को लेखन का शौक है, वे साहित्य प्रेमी हैं और खुद कविताएं भी लिखतें हैं। अरविंद केजरीवाल की राजनीति से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी से जुड़े। फिलहाल उनके कई विवादित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। जिस पर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उनकी मां के खिलाफ अपशब्द भाषा बोलते हुए नजर आ रहे हैं। जिसका विरोध आमलोगों के साथ बीजेपी के नेता कर रहे हैं।
अमित मालवीय ने गोपाल इटालिया का वीडियो ट्वीट किया
कुछ दिन पहले बीजेपी के सोशल मीडिया इंचार्ज अमित मालवीय ने गोपाल इटालिया का वीडियो ट्वीट किया था और सीधा निशाना केजरीवाल पर साधा था। यह वीडियो 2019 का बताया जा रहा है जिसमें गोपाल इटालिया पीएम मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते नज़र आ रहे हैं। तकरीब 40 सेंकेंड के इस वीडियो में आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष ने 8 बार भाषा की मर्यादा लांघी है। इस वीडियो में इटालिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहने का आरोप है। इसके अलावा गोपाल इटालिया का एक और वीडियो वायरल हुआ है। इसमें इटालिया महिलाओं को मंदिर नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं। वह इस वीडियो में मंदिर और कथा स्थलों को शोषण का घर बता रहे हैं और एक किताब पढ़ने की बात कह रहे हैं। इटालिया का यह वीडियो भी पुराना है।