मुम्बई। राजस्थान के उदयपुर के बाद महाराष्ट्र के अमरावती. में दरिंदों ने ISIS स्टाइल में दवा कारोबारी की गला काटकर हत्या कर दी है। सूचना मिलते ही आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने घटना की जांच एनआईए से कराए जाने के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के अमरावती शहर में 54 वर्षीय केमिस्ट की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने 21 जून को वारदात को अंजाम दिया था। घटनास्थल के लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी बाइक से फरार होते हुए देखे गए हैं। पुलिस को संदेह है कि हत्या इसलिए की गई, क्योंकि केमिस्ट ने कथित रूप से एक सोशल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट साझा किया था। दवा कारोबारी की पहचान उमेश कोल्हे के रूप में की गई है. मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
कारोबारी के 27 वर्षीय बेटे संकते पुलिस को बताया है कि, 21 जून को पिता उमेश कोल्हे अपनी दुकान अमित मेडिकल स्टोर बंद करके घर जा रहे थे। मैं और मेरी मां वैष्णवी उनके साथ एक अन्य स्कूटर पर थे। संकेत ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया, हम प्रभात चौक से जा रहे थे और हमारे स्कूटर महिला कॉलेज न्यू हाई स्कूल के गेट पर पहुंच गये थे। तभी मोटरसाइकिल पर सवार दो आदमी अचानक मेरे पिता की स्कूटी के सामने आ गए। उन्होंने मेरे पिता की स्कूटी रोक दी और उनमें से एक ने उनकी गर्दन के बाईं ओर चाकू से वार कर दिया। पिता गिर गए और खून बह रहा था। मैंने अपना स्कूटर रोका और मदद के लिए चिल्लाने लगा। एक अन्य व्यक्ति आया और तीनों मोटरसाइकिल पर मौके से फरार हो गए।
मृतक के बेटे के मुताबिक, आसपास के लोगों की मदद से मैंने पिता को पास के एक्सन अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के बेटे का कहना है कि बाइक में तीन युवक सवार थे। एक ने चाकू से हमला किया। बेटे का कहना है कि, उनके पिता की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। वहीं मामला मीडिया में आने के बाद गृहमंत्री ने पूरे मामले की जांच एनआईए से कराए जाने के आदेश दिए हैं। वहीं हत्याकांड के बाद लोगों में काफी गुस्सा है।
अमरावती शहर पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, अब तक गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों ने हमें बताया है कि उन्होंने एक अन्य आरोपी की मदद मांगी, जिसने उन्हें एक कार और भागने के लिए 10,000 रुपये मुहैया कराए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट प्रसारित किया था। गलती से उसने मुस्लिम सदस्यों वाले एक समूह पर संदेश पोस्ट कर दिया, जो उसके ग्राहक भी थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ने कहा कि यह पैगंबर का अपमान है और इसलिए उन्हें मरना चाहिए।
इस मामले की जांच भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है। एनआईए के अधिकारी अमरावती पहुंच गए हैं और मामले की जांच कर रहे हैं। उमेश कोल्हे के बेटे संकेत की शिकायत के बाद अमरावती में सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन द्वारा प्रारंभिक जांच शुरू की गई। इसके बाद 23 जून को मुद्दसिर अहमद और शाहरुख पठान को गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ में चार और लोगों की संलिप्तता का पता चला। जिनमें से तीन अब्दुल तौफिक (24 साल), शोएब खान (22 साल) और अतिब राशिद (22 साल) को 25 जून को गिरफ्तार किया गया था। एक शमीम अहमद फिरोज अहमद फरार है।